हरिद्वार। श्री चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा है कि देश में लव जिहाद के खिलाफ कड़ा कानून बनना चाहिए और श्रद्धा हत्याकांड जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों को बीच सड़क पर फांसी की सजा दी जाए। प्रेस को जारी बयान में स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि आज संपूर्ण भारतवर्ष में एक साजिश के तहत हिंदू लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया जा रहा है। और सनातन धर्म पर कुठाराघात किया जा रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धा हत्याकांड जैसे जघन्य अपराधियों को अंजाम दिया जा रहा है। जिहादी सोच के अपराधी भोली भाली लड़कियों को अपने प्रेम के जाल में फंसा कर उन की निर्मम हत्या कर रहे हैं। जिसके खिलाफ केंद्र सरकार को सख्त से सख्त कानून बनाकर फांसी की सजा तय करनी चाहिए। संत समाज समय-समय पर ऐसे जघन्य अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज उठाता रहा हैं। अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार को सर्वप्रथम जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाते हुए लव जिहाद के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि हिंदू बहन बेटियों के साथ ऐसी जघन्य घटनाएं ना हो। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत शिवानंद एवं महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने भी ऐसे निर्मम अपराधों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों को लव जिहाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए। एक साजिश के तहत हिंदू बनकर जिहादियों द्वारा हिंदू लड़कियों को शिकार बनाया जा रहा है। जो अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार ऐसे कृत्य को अंजाम देने वालों को बीच चौराहे पर फांसी की सजा सुनिश्चित करें। ताकि अन्य अपराधियों के लिए यह सबक बन सकें। संत समाज ऐसे अपराधों के खिलाफ आवाज उठाता है और सरकार से मांग करता है कि जल्द से जल्द कड़ा कानून बनाकर श्रद्धा हत्याकांड जैसे हत्यारों को फांसी की सजा दी जाएं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment