हरिद्वार। ज्वालापुर निवासी मुकेश जैन ने ज्वालापुर के सरकारी हॉस्पिटल के सामने स्थित दिगंबर जैन मंदिर की जमीन को खुर्द बुर्द करने का आरोप लगाते हुए समाज की धार्मिक संपत्ति को बचाने के लिए जैन समाज से आगे आने की अपील की है। प्रैस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान मुकेश जैन ने कहा कि प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर की कीमती जमीन के कई सालों से तीन ट्रस्टी चले आ रहे थे। राजनीतिक संरक्षण में करोड़ों की संपत्ति की मात्र 15 लाख रूपए में रजिस्ट्री कर दी गयी। जबकि जमीन की कीमत एक करोड़ रूपए से अधिक है। धार्मिक संपत्ति को खुर्दबुर्द करने की शिकायत जिलाधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट, हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण को की गयी। लेकिन राजनीतिक दबाव मे प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मुकेश जैन ने सरकार व जिला प्रशासन से पूरे मामले की जांच कराने और जांच होने तक निर्माण पर रोक लगाने की मांग करते हुए धार्मिक संपत्ति को बचाने के लिए जैन से समाज से आगे आने की अपील की है। मुकेश जैन ने कहा कि अन्य ट्रस्टीगण मुझे लगातार डरा घमका रहे हैं। बिना मेरी अनुमति के ही मंदिर की भूमि को ही बेच दिया गया। ट्रस्ट के किसी भी अधिकारी को मंदिर की भूमि बेचने का अधिकार नहीं है। उन्होंने समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि मंदिर की भूमि बचाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। देवभूमि भैरव सेना संगठन के अध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने कहा कि मंदिर की भूमि को ओने पोने दामों में बेच दिया गया है। ट्रस्टी मनमर्जी कर मंदिर की भूमि को खुर्दबुर्द कर रहे हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखाड़ों मंदिरों की भूमि को बचाने के लिए देवभूमि भैरव सेना संगठन किसी भी आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा। शासन प्रशासन को पूरे मामले का संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
हरिद्वार। ज्वालापुर निवासी मुकेश जैन ने ज्वालापुर के सरकारी हॉस्पिटल के सामने स्थित दिगंबर जैन मंदिर की जमीन को खुर्द बुर्द करने का आरोप लगाते हुए समाज की धार्मिक संपत्ति को बचाने के लिए जैन समाज से आगे आने की अपील की है। प्रैस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान मुकेश जैन ने कहा कि प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर की कीमती जमीन के कई सालों से तीन ट्रस्टी चले आ रहे थे। राजनीतिक संरक्षण में करोड़ों की संपत्ति की मात्र 15 लाख रूपए में रजिस्ट्री कर दी गयी। जबकि जमीन की कीमत एक करोड़ रूपए से अधिक है। धार्मिक संपत्ति को खुर्दबुर्द करने की शिकायत जिलाधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट, हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण को की गयी। लेकिन राजनीतिक दबाव मे प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मुकेश जैन ने सरकार व जिला प्रशासन से पूरे मामले की जांच कराने और जांच होने तक निर्माण पर रोक लगाने की मांग करते हुए धार्मिक संपत्ति को बचाने के लिए जैन से समाज से आगे आने की अपील की है। मुकेश जैन ने कहा कि अन्य ट्रस्टीगण मुझे लगातार डरा घमका रहे हैं। बिना मेरी अनुमति के ही मंदिर की भूमि को ही बेच दिया गया। ट्रस्ट के किसी भी अधिकारी को मंदिर की भूमि बेचने का अधिकार नहीं है। उन्होंने समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि मंदिर की भूमि बचाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए। देवभूमि भैरव सेना संगठन के अध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने कहा कि मंदिर की भूमि को ओने पोने दामों में बेच दिया गया है। ट्रस्टी मनमर्जी कर मंदिर की भूमि को खुर्दबुर्द कर रहे हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखाड़ों मंदिरों की भूमि को बचाने के लिए देवभूमि भैरव सेना संगठन किसी भी आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा। शासन प्रशासन को पूरे मामले का संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
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