हरिद्वार। मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने प्रैस क्ल्ब में आयोजित प्रैसवार्ता के दौरान आरोप लगाया कि अधिकारी भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। अधिकारियों के सरकार के दबाव में काम करने की वजह से नगर निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। अशोक शर्मा ने कहा कि यूनीपोल से लेकर नगर निगम की भूमि देने जैसे मसलों पर नगर निगम को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपायी के लिए शासन को पत्र लिखेंगे। मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने नगर निगम की भूमि को प्रेम प्रकाश आश्रम को देने के प्रस्ताव पर कहा कि उक्त भूमि पर करीब डेढ़ साल पूर्व आश्रम को कब्जा करा दिया था। कब्जे के डेढ़ साल के बाद उस भूमि को कब्जा करने वाले आश्रम को ही सौंदर्यीकरण के नाम पर देने का प्रस्ताव पास काराया जा रहा है। अशोक शर्मा ने कहा कि जगजीतपुर स्थित नगर निगम की भूमि में सीएनजी पंप लगाने के लिए करीब ढाई साल पहले भूमि को देकर कंपनी से प्रतिमाह 2.41 लाख किराया लेने का प्रस्ताव पास किया गया था। लेकिन शासन ने नगर निगम को बाईपास कर पंप के लिए फ्री में नगर निगम की भूमि सात साल के लिए देने को पास कर दिया। अशोक शर्मा ने बताया कि टेंडर के माध्यम से नगर निगम क्षेत्र में 89 यूनीपोल लगाकर उससे 86 लाख रुपये सालाना किराया लिया जा रहा है। लेकिन कंपनी ने मौके पर 129 यूनीपोल लगाए हुए हैं। जिससे नगर निगम को 38 लाख रुपए सालाना का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार अधिकारी कंपनी से इस किराए को कंपनी से वसूली करें। यदि अधिकारी ऐसा नहीं करते तो उनके वेतन से इसकी रकम की भरपायी करने को लेकर शासन को पत्र लिखने की बात अशोक शर्मा ने की। इस दौरान पार्षद उदयवीर सिंह, पूर्व पार्षद अमन गर्ग, पार्षद जफर अब्बासी, पार्षद प्रतिनिधि तासीन अंसारी, शौकीन गौड़, सुनील कुमार, हरद्वारी लाल सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हरिद्वार। मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने प्रैस क्ल्ब में आयोजित प्रैसवार्ता के दौरान आरोप लगाया कि अधिकारी भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। अधिकारियों के सरकार के दबाव में काम करने की वजह से नगर निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। अशोक शर्मा ने कहा कि यूनीपोल से लेकर नगर निगम की भूमि देने जैसे मसलों पर नगर निगम को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपायी के लिए शासन को पत्र लिखेंगे। मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने नगर निगम की भूमि को प्रेम प्रकाश आश्रम को देने के प्रस्ताव पर कहा कि उक्त भूमि पर करीब डेढ़ साल पूर्व आश्रम को कब्जा करा दिया था। कब्जे के डेढ़ साल के बाद उस भूमि को कब्जा करने वाले आश्रम को ही सौंदर्यीकरण के नाम पर देने का प्रस्ताव पास काराया जा रहा है। अशोक शर्मा ने कहा कि जगजीतपुर स्थित नगर निगम की भूमि में सीएनजी पंप लगाने के लिए करीब ढाई साल पहले भूमि को देकर कंपनी से प्रतिमाह 2.41 लाख किराया लेने का प्रस्ताव पास किया गया था। लेकिन शासन ने नगर निगम को बाईपास कर पंप के लिए फ्री में नगर निगम की भूमि सात साल के लिए देने को पास कर दिया। अशोक शर्मा ने बताया कि टेंडर के माध्यम से नगर निगम क्षेत्र में 89 यूनीपोल लगाकर उससे 86 लाख रुपये सालाना किराया लिया जा रहा है। लेकिन कंपनी ने मौके पर 129 यूनीपोल लगाए हुए हैं। जिससे नगर निगम को 38 लाख रुपए सालाना का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार अधिकारी कंपनी से इस किराए को कंपनी से वसूली करें। यदि अधिकारी ऐसा नहीं करते तो उनके वेतन से इसकी रकम की भरपायी करने को लेकर शासन को पत्र लिखने की बात अशोक शर्मा ने की। इस दौरान पार्षद उदयवीर सिंह, पूर्व पार्षद अमन गर्ग, पार्षद जफर अब्बासी, पार्षद प्रतिनिधि तासीन अंसारी, शौकीन गौड़, सुनील कुमार, हरद्वारी लाल सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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