हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में फिक्स मानदेय पर कार्य कर चुके चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अपनी बहाली की मॉग को लेकर भूख हड़ताल व धरना देना शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि करीब 2 साल पहले गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में फिक्स मानदेय पर कार्य कर रहे 29 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी थी। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने पूरे मामले पर सुनवाई करते हुए इन कर्मचारियों की बहाली के आदेश दिए हैं। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में फिक्स मानदेय पर कार्य कर चुके करीब 28 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अपनी बहाली की मांग को लेकर गुरुवार को कुलसचिव कार्यालय पहुंचे। इस दौरान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने कुलसचिव प्रोफेसर सुनील कुमार से वार्ता करते हुए अपनी बहाली की मांग की। कुलसचिव ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से वार्ता करते हुए इस मामले को बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में ले जाने की बात कही और 20 जनवरी तक का समय मांगा। इससे असंतुष्ट कर्मचारियों ने अपना धरना और भूख हड़ताल शुरू कर दी। धरने का नेतृत्व कर रहे संजय के अनुसार गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय ने फिक्स मानदेय पर कार्य कर रहे करीब 29 कर्मचारियों की सेवाएं 2 साल पहले समाप्त कर दी थी। इसके विरोध में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। हाई कोर्ट में चली लंबी सुनवाई के बाद अब डबल बेंच ने भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की बहाली के आदेश दिए हैं। इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को बहाल करने में केवल आश्वासन दे रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सात दिनों के भीतर सभी कर्मचारियों को बहाल करने का आश्वासन दिया था जिसके बाद फिर 24 घंटे का आश्वासन दिया गया। बावजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को बहाल नहीं किया जा रहा है। इसके विरोध में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सोनू ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है,जबकि अन्य कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया है। अब जब तक सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं हो जाती धरना जारी रहेगा। बताया जाता है कि इस बीच एक कर्मचारी की मृत्यु हो चुकी है। इस दौरान दीपक सुभाष आनंद संजीव सतीश मुकेश आदि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment