हरिद्वार। भूपतवाला निवासी मनोज निषाद ने कड़ाके की ठंड में गंगा घाट की रेलिंग पर बैठकर गंगा भक्तों से आह्वान करते हुए कहा कि यदि सर्दी के चलते वे गंगा में डुबकी नहीं लगा सकते तो वे गंगा भक्तों के नाम की स्वयं गंगा में डुबकी लगाकर आपके नाम पुण्य आपको दिलाएंगे। मनोज निषाद का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। गंगा में डुबकी लगाने का यह वीडियो लाखो लोगों ने देखा। मनोज निषाद ने बताया कि डुबकी के नाम पर लोगों द्वारा उन्हें गुगल से पैसा भेजा है। अमेरिका से रिचा, एडवोकेट अभिषेक शर्मा, एकता अरोड़ा आदि ने अपने नाम की डुबकी लगाने का पैसा उन्हें दिया है। तेरह हजार रूपए एकत्र हुए हैं। जो कि गरीब, असहाय, निर्धन, जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए गर्म कपड़े आदि दिलाने में खर्च किए गए हैं। मनोज निषाद ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई अधिकारियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अधिकारियों ने भी इस वीडियों को देखा और ट्वीट किया है। दिल्ली, राजस्थान, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गुजरात आदि से गंगा भक्तों के फोन भी आए हैं। उनके द्वारा सोशल मीडिया पर इस वीडियो को काफी सराहाया गया। मनोज निषाद पूर्व में भी भूपतवाला अस्पताल निर्माण में निर्णायक भूमिका निभा चुके हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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