हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में की गयी पूजा आराधना से प्रसन्न होकर माता जगतजननी भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। अखाड़े में आयोजित नवरात्र पूजन के दौरान भक्तों को संबोधित करते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि देवी दुर्गा के नवरात्र उपासना और साधना का सर्वोत्तम अवसर है। नवरात्रों में पूर्ण विधि विधान से देवी भगवती की आराधना करने से कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। प्रत्येक कार्य में सफलता प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक श्रद्धालु को नवरात्रों में मां दुर्गा की आराधना अवश्य करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु भक्तों को देवी आराधना करने के साथ देवी स्वरूपा कन्याओं के संरक्षण संवर्द्धन का संकल्प भी अवश्य लेना चाहिए। इस अवसर पर महंत सूर्यमोहन गिरी,पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी,स्वामी कृष्णानंद, स्वामी सत्यगिरी सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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