हरिद्वार। नवरात्र संपन्न होने के पश्चात निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के सानिध्य में विश्वशांति के लिए श्री दक्षिण काली मंदिर में विशेष अनुष्ठान का शुभारंभ किया गया है। स्वामी कैलशानंद गिरी महाराज ने कहा कि अनुष्ठान के फलस्वरूप और मां दक्षिण काली की कृपा से विश्व में व्याप्त अशांति का वातावरण दूर होगा और कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि श्री दक्षिण काली मंदिर में साक्षात रूप से विराजमान मां दक्षिण काली के दर्शन मात्र से ही भक्तों सदैव भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। मां दक्षिण काली कृपा से भक्त के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने बताया कि विश्वशांति के लिए किए जा रहे अनुष्ठान का समापन 6 अप्रैल को होगा। इस दौरान स्वामी अवंतिकानन्द ब्रह्मचारी,स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, प्रमोद पांडे,लाल बाबा,मुख्य पुजारी स्वामी विवेकानंद, सुधीर पांडे सहित बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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