हरिद्वार। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने रेल मंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर हरिद्वार व ऋषिकेश से वाया लकसर होते हुए दिल्ली के लिए पैसेंजर ट्रेनों का संचालन करने की मांग की है। ज्ञापन में संगठन की और से मांग करते हुए कहा गया है कि हरिद्वार और ऋषिकेश से लकसर होते हुए दिल्ली के लिए संचालित दो ट्रेनों का संचालन कोरोना काल में बंद कर दिया गया था। हरिद्वार से सवेरे के समय मुरादाबाद के लिए कोई ट्रेन नहीं हैं। वाया लकसर होते हुए दिल्ली के लिए पैसेंजर ट्रेन चलने से लोगों को लकसर से मुरादाबाद के लिए ट्रेन पकड़ने में सुविधा होती थी। पैसेंजर ट्रेन का संचालन नहीं होने से लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए व्यापक जनहित को देखते हुए पैंसेंजर ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू किया जाए। संगठन की और से हरिद्वार से सुबह दिल्ली के लिए संचालित होने वाली नंदा देवी,जनशताब्दी, कलिंग उत्कल तथा उज्जैनी एक्प्रेस का संचालन करने बंद करने की मांग भी की गयी है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि इन ट्रेनों में यात्रीयों की संख्या कम होने के चलते इनके संचालन से रेलवे को हानि हो रही है। इनके स्थान पर सुबह के समय हरिद्वार से मुरादाबाद के लिए ट्रेन का संचालन किया जाए। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को किराए में मिलने वाली छूट को भी शुरू किया जाए। ज्ञापन प्रेषित करने वालों में वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह, विद्यासागर गुप्ता,हरदयाल अरोड़ा,एससीएस भास्कर,एमसी त्यागी, चौ.चरणसिह, शिवचरण, सुखबीर सिंह, बाबूलाल सुमन, योगेंद्रपाल सिंह राणा,केपी शर्मा,पीसी धीमान आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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