हरिद्वार। नया हरिद्वार निवासी चिकित्सक ने हॉस्पिटल संचालक पर मारपीट करने और धमकी देने का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी अजय सिंह व सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल से मिलकर सीनियर सिटीजन डा.सतीश कुमार दत्ता ने आरोप लगाया है कि उनके आवास के समीप संचालित अस्पताल का कचरा और बायोमेडिकल वेस्ट उनके घर के सामने फेंका और जलाया जा रहा है। अस्तपाल का गार्ड और स्टाफ के लोग उनके घर के सामने गंदगी फैलाते हैं। कालोनी की सड़क पर वाहन खड़े रहने से कालोनी के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अस्पताल के आसपास वाहनों में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। मना करने पर झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं और मारपीट करते हैं। इसको लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। जिसमें मुअज्जि लोगों के कहने पर समझौता भी हुआ था। लेकिन अस्पताल संचालक द्वारा समझौते का पालन नहीं किया जा रहा है। गंदगी फैलाने से मना करने पर 11अप्रैल की रात अस्पताल संचालक अपने साथियों के साथ वहां आए और गंदी गालियां देते हुए घर में घुसकर उनके और उनके परिवार और घर में मौजूद मेहमानों के साथ मारपीट की। मारपीट की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है। मारपीट में उनके पुत्र समरित दत्ता को चोटें भी आयी। 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी गयी। मौके पर आए पुलिसकर्मी राजनीतिक दबाव में उनके बेटे को थाने ले गए और रात भर लॉकअप में रखने का डर दिखाते हुए जबरदस्ती समझौता करा दिया। उनकी तरफ से रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गयी और उनके बेटे का ही पांच सौ रूपए का चालान कर दिया। सतीश दत्ता व उनके पुत्र समरित दत्ता ने पुलिस से पूरे मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और जानमाल की सुरक्षा की मांग की है। सतीश दत्ता ने बताया कि एसएसपी व सीओ ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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