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संत महापुरूषों को गुरू परंपरांओं का निर्वहन करना चाहिए-महंत दयानंद मुनि


 हरिद्वार। उदासीन संगत फुलवारी शरीफ पटना बिहार के महंत दयानंद मुनि ने सोमवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि उदासीन अखाड़ों के महंतो,श्रीमहंतो द्वारा जारी सम्पत्ति को ठिकाने लगाने के मामले की सरकार जांच कराये,उन्होने कई महंतों के रहस्यमय ढंग से गायब होने की मामले की जांच की मांग की। महंत दयानंद मुनि ने गुरू परंपरांओं का निर्वहन संत महापुरूषों का करना चाहिए। उदासीन अखाड़े के संविधान के विपरीत कार्यो से संतों की गरिमा को भी ठेस पहुंचती है। उन्होंने कहा कि गुरू परंपरांओं का निर्वहन शिक्षित संत ही बेहतर तरीके से कर सकते हैं। आश्रम मठ मंदिरों को लेकर देश भर में संतों की हत्याएं होना चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि कुछ भूमाफिया आश्रम अखाड़ों की संपत्ति को खुर्दबुर्द करने की नीयत से अपना संरक्षण संत समाज को दे रहे हैं। मठ मंदिरों एवं आश्रम अखाड़ों के संरक्षण संवर्द्धन के प्रयास सभी को मिलजुल कर करने होंगे। कुछ लोग षड़यंत्र के तहत गुरू परंपरांओं में विघ्न डाल कर परंपरांओं को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सचेत रहने की आवश्यकता है। संविधान सभी को मानना चाहिए। संत महापुरूषों की हत्याएं तत्काल बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग भूमाफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं। उनका खुलकर विरोध किया जाना न्याय संगत हैं। संत समाज सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में अपना योगदान दे। स्वार्थ की परंपरांओं को त्यागना होगा। आश्रम, मठ, मंदिरों का संरक्षण संवर्द्धन किया जाए। 


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को ...