हरिद्वार। तपोवन कुटीर उत्तरकाशी में चल रहे तीन दिवसीय चिन्मय विजन प्रोग्राम के तहत आवासीय कार्यशाला मैं शिक्षकों को छात्रों में देशभक्ति, भारतीय संस्कृति और सार्वभौमिक दृष्टिकोण का विकास करने में सहायक पद्धतियां सिखाई गई.सेंट्रल चिन्मय मिशन ट्रस्ट के जोनल डायरेक्टर स्वामी अनुकूलानंद ने अपने वक्तव्य में कहा कि हर शिक्षक अपनी क्लास में आज के भारत का निर्माण करता है।.व्यक्ति के चरित्र निर्माण की जिम्मेदारी शिक्षक पर होती है और अगर कोई भी क्रिमिनल कोर्ट में ट्रायल के लिए लाया जाता है तो उसके साथ उसका शिक्षक भी लाया जाना चाहिए। एक शिक्षक का इतना जिम्मेदारी का काम है। जरूर कहीं मूल्यों पर आधारित शिक्षा में कमी के कारण ही समाज में अराजक तत्व पैदा होता है। विभिन्न सत्रों में सीसीएमटी के एडमिनिस्ट्रेटिव डायरेक्टर मीना श्रीराम ने शिक्षकों को छात्रों में प्रयोगात्मक तरीके से बात को समझाने की तकनीक समझाई। योग साधना और जब ध्यान के साथ-साथ उन्होंने टीम भावना से कार्य करने के कुछ खेल भी कार्यशाला में करवाएं। ब्रह्मचारी सनातन चैतन्य ने बच्चों में राष्ट्रभक्ति जगाने के लिए शिक्षकों का आवाहन किया कि वे अपनी हर क्लास में कम से कम 5मिनट जरूर देश में हो रहे नए इनोवेशन के बारे में चर्चा करें और अपने भारत की शक्तियों और कमजोरियों के बारे में अवगत कराएं। ब्रह्मचारी सनातन चैतन्य ने कहा कि वर्तमान में जी20 की अध्यक्षता भारत को सौंपी गई। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि और विशेषकर जम्मू और कश्मीर जैसे राज्य में इसका अधिवेशन होना एक सुखद अनुभव है। मीना श्री राम ने कहा कि युवा ही देश की दशा बदल सकते हैं और इसके लिए उनको दिशानिर्देश एक शिक्षक ही दे सकता है। कार्यशाला में शिक्षा में देशभक्ति का महत्व और क्लासरूम तक उसके क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से चर्चा हुई गौरतलब है कि चीन में सेंट्रल मिशन ट्रस्ट द्वारा देशभर में 300 से ऊपर स्कूल चलाए जा रहे हैं एवं 700 गांव में ग्रामीण प्रोजेक्ट के माध्यम से हर रोज लगभग 60 हजार लोगों को लाभ पहुंच रहा है. बच्चों और युवाओं में भारतीय संस्कृति और राष्ट्रभक्ति की भावना जगाने में भी मिशन का अद्भुत योगदान है।
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