हरिद्वार। आर्य वानप्रस्थ आश्रम ज्वालापुर द्वारा पर्यावरण प्रदूषण पर एक गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी की अध्यक्षता आश्रम प्रधान राम कृष्ण शास्त्री तथा संचालन मीडिया प्रभारी इंजीनियर मधुसूदन आर्य द्वारा किया गया। इंजीनियर मधुसूदन आर्य ने कहा कि समस्त जीवधारी तथा वनस्पतियों को चारों ओर का आवरण ही पर्यावरण है सामान्य रूप से पर्यावरण की प्रकृति भी समानता प्रदेश की जाती है। राजेंद्र कुमार दहिया ने कहा कि मानव जीव जंतु एवं पौधों सभी को स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ पर्यावरण की आवश्यकता होती है लेकिन जब प्राकृतिक यह मानवीय कारणों से पर्यावरण सदस्यता में कुछ अवांछित प्रदेश सजाते हैं उसे पर्यावरण प्रदूषण की संज्ञा दी जाती है। मंत्री लतिका गोयल ने कहा यह भूमि वायु ध्वनि एवं जल प्रदूषण आदि के रूप में मानव जीवन व परिस्थितियों की प्रभावित करता है। 6-7 मई 2020 को आंध्र प्रदेश के कुलदीप आदमी अर्थ कंपनी का स्थान नामक गैस तथा सन् 2020 में गैस रिसाव में भी मानव जीवन की संभावना है जब मानवीय प्राकृतिक कारणों से वायुमंडल की गैसों में निश्चित मात्रा अनुपात में परिवर्तन आता है तो वायु में मिल जाते हैं जो यह पर आता है ।लक्ष्मी दया ने कहा वायु प्रदूषण प्राकृतिक एवं मानवीय द्वारा होता है। सरोज बंसल ने बताया कि कारखानों से निकलने वाला धुआं ताप विद्युत गृह कृषि कार्य खनन रासायनिक पदार्थ आदि का प्रयोग तथा आतिशबाजी द्वारा प्रदूषण में वृद्धि होती है। मीडिया प्रभारी मधुसूदन आर्य ने बताया कि आश्रम परिसर में 10 फलदार पेड़ लगाकर पर्यावरण की सुरक्षा के अंतर्गत बहुमूल्य योगदान दिया। उक्त कार्यक्रम में आश्रम प्रधानाचार्य रामपुर शास्त्री, उपप्रधान राजेंद्र सिंह दहिया, को मंत्री अलका गोयल, योगेश कुमार कंसल, मंत्री दिनेश शर्मा, संयोजक सुरक्षा विभाग आश्रम,किरण माहेश्वरी, मुकेश कुमार कर्मचारियों की पौध लगाई गई। इस दौरान अशोक कुमार राघव मिथलेश मित्तल सुषमा अग्रवाल आदि ने पर्यावरण दिवस पर बढ़ चढ़कर भाग लिया।
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