हरिद्वार। समाज मे आये दिन देखने को मिलता है कि नशे की कोई खेप पकड़ी गई तो कोई युवा नशा करते हुये पकड़ा गया तो कही ये देखने को मिलता है कि कोई परिवार किसी अपने को नशे से दूर करने के प्रयास कर रहे है। उनका परिवार नशे के कारण बर्बाद हो रहा है। नशा एक ऐसा रोग है जिसके गिरफ्त से समाज दिन प्रति दिन बर्बाद ओर समाप्त हो रहा है। नशे के कई पहलू हैं बेचना,खरीदना,इस्तेमाल करना आदि इनकी रोकधाम के लिये एनडीपीएस अधिनियम में कई कठोर प्रावधान दिये गये हैं। नशा समाज को किस प्रकार प्रभावित करता है इसकी जानकारी देते हुए हाईकोर्ट के अधिवक्ता एवं भारतीय जागरूकता समिति के अध्यक्ष ललित मिगलानी ने बताया कि नशा अप्रत्यक्ष रूप से हम सभी को प्रभावित कर रहा है। यदि कोई एक युवा इसकी गिरफ्त में आता है तो उससे पूरा समाज प्रभावित होता है। इसे रोकना हम सब का कर्तव्य ही नही जिम्मेदारी भी है। इसके नुकसान एवं कानून की जानकारी का प्रचार प्रसार करना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। एनडीपीएस एक्ट के तहत नशे का कारोबार करने वाले को सख्त सजा का प्रावधान है। जिसमे पकड़े जाने पर 10 साल से लेकर उम्र कैद का प्रावधान है। नशा हमारी मांसपेशियों को प्रभावित करके शरीर को नुकसान पहुचता है। सबको एकजुट होकर नशे के विरुद्ध लड़ने की जरूरत है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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