हरिद्वार। नगर निगम की अधीनस्थ संस्था म्युनिसिपल इंटर कॉलेज ज्वालापुर में लिपिक के पद पर कार्यरत पीड़ित रमेश चंद्र जोशी ने बताया कि उनकी नियुक्ति ज्वालापुर म्युनिसिपल इंटर कॉलेज में रिक्त पद के सापेक्ष नगर निगम द्वारा 2011 को हुई थी लेकिन प्रार्थी को अभी तक भी रिक्त पद के सापेक्ष स्थाई नियुक्ति नहीं दी गई है। हालांकि जिस हेतु वित्तीय एवं प्रशासकीय सहमति भी मिल चुकी है। इसी संबंध में पीड़ित रमेश चंद जोशी ने बताया कि स्थाई नियुक्ति न मिलने के संबंध में प्रार्थी द्वारा नगर निगम हरिद्वार से पांच बिंदुओं पर सूचना मांगी गई थी लेकिन नगर निगम द्वारा समय पर सूचना नही दी गई जिसके लिए प्रार्थी ने सूचना आयोग में अपील डाली। नगर निगम हरिद्वार द्वारा प्रार्थी को सही समय पर सूचना उपलब्ध कराने को लेकर फटकार भी लगाई गई। लेकिन उसके बावजूद भी सूचना नहीं दी गई। उसके बाद आयोग द्वारा निगम को एक बार फिर पुनः तारीख दी गई। उक्त तारीख में नगर निगम से कोई भी अधिकारी नहीं पंहुचा। तत्पश्चात अगले दिन डाक द्वारा प्रार्थी को सूचना प्राप्त होती है लेकिन वह भी गलत प्रार्थी रमेश चंद्र जोशी ने बताया कि मांगी गई सूचना में बिदु संख्या 4 एवं 5 की जानकारी बार बार गलत दे रहे है इससे स्पष्ट होता है कि प्रार्थी से छुपाया जा रहा है और साथ ही आयोग को भी भ्रमित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन बिंदुओ पर जानकारी मांगी गई थी वह सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई। रमेश चंद जोशी ने बताया कि एक ओर जहां बिंदु 3 और 4 की सूचना के बारे में निगम अधिकारियों का कहना है कि किसी संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति रिक्त पद के सापेक्ष नहीं हुई है जबकि मेरी नियुक्ति रिक्त पद के सापेक्ष हुई है इसके दस्तावेज में आयोग के समक्ष भी प्रस्तुत कर चुका हूं लेकिन आयोग द्वारा भी मेरी समस्या का कोई निराकरण नहीं मिल पाया है। प्रार्थी रमेश चंद जोशी ने बताया कि प्रार्थी को अंत में अब थक हारकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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