हरिद्वार। नई दिल्ली स्थित खाटू श्याम मंदिर के महंत स्वामी देवऋषि महाराज ने श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनंद गिरी महाराज से मुलाकात की और देश की एकता अखण्डता बनाए रखने के लिए 6 अगस्त को खाटू श्याम मंदिर दिल्ली में आयोजित किए जा रहे विशाल संत सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। श्री दक्षिण काली मंदिर में स्वामी देवऋषि महाराज को माई की चुनरी और नारियल भेंटकर स्वागत करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों के प्रयासों से पूरे विश्व में सनातन धर्म संस्कृति का परचम लहरा रहा है। यूरोपीय देशों के लोग भी पाश्चात्य संस्कृति का परित्याग कर सनातन धर्म संस्कृति का अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्म संस्कृति को गति देने में खाटू श्याम मंदिर के महंत स्वामी देवऋषि महाराज अनुकरणीय प्रयास कर रहे हैं। संत समाज का आशीर्वाद और सहयोग उनके साथ है। स्वामी देवऋषि महाराज ने स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का पगड़ी पहनाकर स्वागत करते हुए कहा कि देश की एकता अखण्डता बनाए रखने में संत महापुरूषों ने हमेशा मुख्य भूमिका निभायी है। निंरजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज विद्वान और तपस्वी संत हैं। सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संरक्षण में स्वामी कैलाशानंद गिरी का अतुलनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में भारत एक बार फिर विश्वगुरू बनने की और अग्रसर है। भारत के विश्वगुरू बनने के अभियान को गति देने और और देश की एकता अखण्डता कायम रखने के लिए खाटू श्याम मंदिर में आयोजित किए जा रहे विशाल संत सम्मेलन में देश के सभी राज्यों से संत शामिल होंगे। खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सनातन धर्म संस्कृति को आगे बढ़ रहे संत महापुरूष हमारे लिए पूज्यनीय हैं। इस अवसर पर खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्याम जवेरी गुप्ता,संघ प्रचारक पदम सिंह,डा.नरेश गुप्ता,प्रदीप कसाना,घनश्याम गुप्ता,स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, अमित वालिया आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। नई दिल्ली स्थित खाटू श्याम मंदिर के महंत स्वामी देवऋषि महाराज ने श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनंद गिरी महाराज से मुलाकात की और देश की एकता अखण्डता बनाए रखने के लिए 6 अगस्त को खाटू श्याम मंदिर दिल्ली में आयोजित किए जा रहे विशाल संत सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। श्री दक्षिण काली मंदिर में स्वामी देवऋषि महाराज को माई की चुनरी और नारियल भेंटकर स्वागत करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों के प्रयासों से पूरे विश्व में सनातन धर्म संस्कृति का परचम लहरा रहा है। यूरोपीय देशों के लोग भी पाश्चात्य संस्कृति का परित्याग कर सनातन धर्म संस्कृति का अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्म संस्कृति को गति देने में खाटू श्याम मंदिर के महंत स्वामी देवऋषि महाराज अनुकरणीय प्रयास कर रहे हैं। संत समाज का आशीर्वाद और सहयोग उनके साथ है। स्वामी देवऋषि महाराज ने स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का पगड़ी पहनाकर स्वागत करते हुए कहा कि देश की एकता अखण्डता बनाए रखने में संत महापुरूषों ने हमेशा मुख्य भूमिका निभायी है। निंरजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज विद्वान और तपस्वी संत हैं। सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संरक्षण में स्वामी कैलाशानंद गिरी का अतुलनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में भारत एक बार फिर विश्वगुरू बनने की और अग्रसर है। भारत के विश्वगुरू बनने के अभियान को गति देने और और देश की एकता अखण्डता कायम रखने के लिए खाटू श्याम मंदिर में आयोजित किए जा रहे विशाल संत सम्मेलन में देश के सभी राज्यों से संत शामिल होंगे। खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सनातन धर्म संस्कृति को आगे बढ़ रहे संत महापुरूष हमारे लिए पूज्यनीय हैं। इस अवसर पर खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्याम जवेरी गुप्ता,संघ प्रचारक पदम सिंह,डा.नरेश गुप्ता,प्रदीप कसाना,घनश्याम गुप्ता,स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, अमित वालिया आदि मौजूद रहे।
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