हरिद्वार। श्री मनसेश्वर महादेव मंदिर मां मनसा देवी चरण पादुका निरंजनी अखाड़ा में शिव भगवान का अभिषेक करते हुए मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी जी महाराज ने कहा भगवान शिव की आराधना करने से मनुष्य के कर्म फलों का उदय होता है। जो निस्वार्थ भाव से भगवान शिव का किसी भी रूप में पूजा-अर्चना करता है, आराधना करता है उसके कर्मों का उदय होना आरंभ हो गया है। भगवान शिव के द्वार पर जो भी भक्त सच्ची आस्था से आता है, भगवान भोलेनाथ उसकी झोलियां खुशियों से भर देते है।ं श्रवण मास में जो भी भक्त सच्चे मन से शिव की आराधना करता है उसे मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है उसकी दरिद्रता समाप्त होकर उसके सत्य कर्म का उदय हो जाता है उसे बिना मांगे ही सुख समृद्धि वैभव धनधान्य और खुशहाली की प्राप्ति होती है। भगवान शिव इस सृष्टि के ऐसे दाता हैं जो अपने सभी भक्तों पर अपनी कृपा दृष्टि रखते हुए सभी का कल्याण करते हैं। श्रावण मास में जब भगवान भोलेनाथ माता पार्वती के साथ हरिद्वार पधारते हैं,तो नील पर्वत की भाबड घास शिव के बिछोने के रूप में धरती पर बिछ जाती हैं। भगवान शिव और माता पार्वती के अपने धाम वापस जाने के बाद वह घास पुनः पूर्व की तरह सीधी खड़ी हो जाती है यह रहस्य दीर्घकाल से भक्तजनों के लिए शिव आगमन की सूचना देने का एक महत्वपूर्ण संकेत होता है।
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