हरिद्वार। जगजीतपुर स्थित शिवडेल स्कूल के प्रांगण में हैप्पीनेस इंजीनियरिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता मोटिवेशनल स्पीकर डा.अरुण भारद्वाज ने आचार्य धर्म-जीवन को बदलने की शिक्षा एवं शिक्षा में नवाचार विषय पर उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि शिक्षक कैसे अपनी कक्षा में बच्चों के साथ जुड़े, उनकी समस्याओं को समझें व उनका समाधान करें। उन्होंने कहा कि अध्यापक जब स्वयं तनावमुक्त होगा तभी वह प्रसन्नचित्त होकर बच्चों के अंदर की नकारात्मकता,पढ़ाई के प्रति उदासीनता दूर कर उन्हें सकारात्मक विचार प्रदान कर सकेगा। डा.अरूण भारद्वाज ने कहा कि हर गलती हमें कोई सीख देती है और हर असफलता के पीछे एक सफलता छुपी होती है। हमें अपने शब्दों, आहार, विहार,विचार व व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए। क्यों कि ये हमारी मानसिकता एवं नजरिये पर प्रभाव डालते है। हमें प्रसन्न चित्त,दृढ़ संकल्प होकर अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करना चाहिए। उन्होंने शिक्षको को अपनी पूर्णता का एहसास करने के लिए तथा उनको प्रेरित करने की दृष्टि से हैप्पीनेस टेक्नोलॉजी के अनेक उदहारण दिए तथा अध्यापको से प्रयोग भी करवाए। कार्यशाला का शुभारम्भ स्वामी शारदानंद वेद विद्यालय कनखल के विद्यार्थियो द्वारा मंत्रोचारण से किया गया। शिवडेल स्कूल के संस्थापक स्वामी शरदपुरी महाराज ने पुष्पगुच्छ भेंटकर डा.अरुण भारद्वाज का स्वागत किया और कहा कि शिक्षकों को तनावमुक्त होकर प्रायोगिक ज्ञान के साथ विद्यार्थियों में से नकारत्मकता को निकाल कर सकारात्मक उर्जा का संचार करना चाहिए। इस अवसर पर महामंडलेश्वर प्रज्ञा पुरी,स्वामी हरिहरानंद पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या हेमा पटेल,शिवडेल स्कूल जगजीतपुर के प्रधानाचार्य अरविन्द कुमार बंसल,शिवडेल स्कूल भेल के प्रधानाचार्य पुनीत श्रीवास्तव,उपप्रधानाचार्या मिनाक्षी मेहता तथा शिवडेल स्कूल जगजीतपुर के समन्वयक विपिन मालिक एवं स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षिकाये उपस्थित रहे।
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