हरिद्वार। भेल सेक्टर 2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आचार्य दीपक कुमार ने सभी कहा कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ पर्यावरण के लिए प्रकृति और जैव विविधता की सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाना है। जो मानव जाति की समृद्धि के लिए आवश्यक है। इसे जलवायु परिवर्तन के बारे में सकारात्मक राय बनाने के दिन के रूप में भी जाना जाता है। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस 2023 की थीम आजीविका और पृथ्वी ग्रह को कायम रखना है। यह आयोजन सभी जीवित चीजों की भलाई को बनाए रखने के लिए पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का मुख्य लक्ष्य पौधों और जानवरों की लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाए रखना है। विद्यालय के प्रधानाचार्य लाकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनुष्य और पृथ्वी पर उनके अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। यह सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रकृति को संरक्षित करने के लिए महत्वपूर्ण है।यह दिवस हमें पेड़ों को ना काटने का संदेश देता है और जल दोहन के प्रति जागरूक करता है। कार्बन डाई ऑक्साइड एवं कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी नशीली गैसों का उत्पादन बंद करने का या कम प्रयोग करने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि ध्वनि प्रदूषण को सीमित करना चाहिए तथा प्लास्टिक के लिफाफे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम में अस्मिता, वैष्णवी, देवांश, दिव्या, वंश वर्मा आदि छात्र छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
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