35दिनों में पूरी की, मधुबनी बिहार से चलकर उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा
हरिद्वार। बिहार का लाल बंशीधर झा अपनी साइकिल पर सवार होकर ही द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने के लिए निकले है। बचपन से ही बंशीधर झा के मन में द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने की अभिलाषा थी और जवानी में ही उन्होंने अपने लक्ष्य को पूरा करने का निश्चय कर लिया है। आर्थिक तंगी के चलते अपनी साईकिल पर ही द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का दृढ़ संकल्प लेकर निकल पड़े हैं। हालांकि यात्रा के दौरान लोगों ने उनकी सहायता भी की है। बताते चलें कि पिछले 35 दिनों में बंशीधर झा ने मधुबनी, बिहार से चलकर उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा पूरी कर ली है। अब हरिद्वार से उज्जैन के लिए प्रस्थान किया है। उन्होंने यात्रा के दौरान लोगों से सहयोग की अपील भी की है। गौरतलब है कि बिहार के मधुबनी जिला के एक गांव नागदह निवासी 23वर्षीय बंशीधर झा अपनी साईकिल से ही द्वादश ज्योतिर्लिंग की यात्रा पर निकले हैं। हरिद्वार पहुंचने पर मातृ सदन आश्रम,जगजीतपुर में स्थानीय निवासी रोशन झा,नारायण झा एवं नीरज ने उनका स्वागत सत्कार किया। पत्रकारों से वार्ता करते हुए बंशीधर झा ने बताया कि सनातन का अर्थ सनातनी ही जानेंगे। महादेव और राम के प्रति श्रद्धा रखने वाले ही सनातनी है। सनातन धर्म सत्य पर टिका है और सत्य की खोज में ही साईकिल से ही द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शनों के लिए निकले है। भगवान महादेव की महिमा बारे में ज्ञानार्जन का प्रयास करेंगे।उन्होंने कहा कि बचपन से ही उनकी द्वादश ज्योतिर्लिंगों में गहरी आस्था थी और उन्होंने ज्योतिर्लिंगों के दर्शन की ठान ली। चूंकि वे मध्यम परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इसीलिए परिवार के लिए यात्रा का खर्च उठा पाना मुश्किल था। ऐसे में उन्होंने साईकिल से ही यात्रा करने का निश्चय कर लिया। बंशीधर झा ने बताया कि मधुबनी से चलकर उन्होंने 35 दिन में उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा पूरी कर ली है। अब वें गुरूवार को महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन की यात्रा शुरू करेंगे। बंशीधर झा ने बताया कि यात्रा मार्ग में महादेव के भक्तों ने उनकी सहायता की है।
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