हरिद्वार। वृन्दावन से आए महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज ने अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज से भेंट वार्ता की। निरंजनी अखाड़ें में महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज को मां मनसा देवी की मूर्ति व चुनरी भेंटकर स्वागत करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार व समाज को अध्यात्म की प्रेरणा देकर सद्मार्ग पर अग्रसर करने में संत समाज की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के संरक्षण संवर्द्धन में अनुकरणीय योगदान कर रहे महामंडलेश्वर स्वामी भास्कारानंद महाराज विद्वान संत हैं। भक्तों को धर्म व अध्यात्म की प्रेरणा देने के साथ गंगा के प्रति उनका लगाव प्रेरणादायी है। महामडलेश्वर स्वामी भास्कारानंद ने कहा कि अखाड़ परिषद अध्यक्ष के रूप में संत समाज को एकजुट करने के साथ मानव कल्याण में श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का योगदान सभी के लिए अनुकरणीय है। अखिल भारतीय सनातन परिषद के माध्यम से पूरी दुनिया में सनातन धर्म परिषद का परचम फहरा रहे श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के जीवन दर्शन से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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