हरिद्वार। लोक कल्याण की भावना से श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित निंरजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज की विशेष शिव आराधना बुधवार को संपन्न हो गयी। श्रावण पूर्णिमा को आराधना की पूर्णाहूति पर शिवार्चन, महादेव की पालकी यात्रा, गंगा पूजन,अभिषेक,आरती और श्री दक्षिण काली घाट पर महादेव शिव का जलाभिषेक के पश्चात मां श्री दक्षिण काली का पूजन और क्षमा प्रार्थना का आयोजन किया गया। इस दौरान अनेक संत महापुरूष, गणमान्य लोग व श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे। इस दौरान श्रद्धालु भक्तों को आशीवर्चन प्रदान करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि महादेव शिव और मां श्री दक्षिण काली के आशीर्वाद से समस्त विश्व का कल्याण होगा। उन्होंने कहा कि श्री दक्षिण काली मंदिर में मां भगवती के साथ भगवान शिव भी साक्षात रूप से विराजमान हैं। मंदिर में पूजा अर्चना व दर्शनों के लिए आने वाले भक्तों को शिव और शक्ति दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सभी को भगवान शिव और माता भगवती की आराधना अवश्य करनी चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का कठोर जप तप अवश्य ही देश दुनिया में शांति और खुशहाली लाएगा। सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज तपस्वी संत हैं। उनकी प्रतिदिन 18 घंटे भगवान शिव की कठोर आराधना अद्भूत है। महंत विष्णुदास महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि और संतों की तपोस्थली है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज की साधना का लाभ अवश्य ही देश दुनिया का प्राप्त होगा। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने फूलमाला पहनाकर सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया। इस अवसर पर महंत ललितानंद गिरी,महंत प्रबोधानंद गिरी,महंत गोविंद दास,महंत विष्णुदास, सतपाल ब्रह्मचारी,महंत सूरज दास,स्वामी कृष्णानंद,महंत प्रमोद दास,महंत प्रेमदास,महंत गोविंददास,महंत राघवेंद्र दास सहित स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, स्वामी लाल बाबा,आचार्य पवन दत्त मिश्रा,आचार्य प्रमोद पांडे,स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी,चेतन शर्मा,राजू शुक्ला,अनुराग वाजपेयी,राधेश्याम शर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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