हरिद्वार। भेल सेक्टर 2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में राष्ट्रीय खेल दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान कई खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विद्यालय के क्रीडा प्रमुख आचार्य मंगल राम ने छात्र छात्राओं को बताया कि खेलों में भाग लेने से स्वास्थ्य ठीक रहता है, शरीर मजबूत बनता है और मानसिक विकास होता है। खेलने से प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है और बीमारियां पास नहीं आती है। खेलने से आपसी सद्भाव बढ़ता है और सामाजिक विकास भी होता है। विद्यालय की क्रीडा प्रमुख आचार्या नीलम पाल ने बताया कि देश के महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जंयती 29 अगस्त 2012 में पहली बार देश में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया था। तबसे प्रतिवर्ष राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद को हॉकी के ‘द विजार्ड’ या ‘द मैजिशियन’ के रूप मे भी जाना जाता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल बहुत सारे मूल्य पैदा करते हैं। जो छात्रों को अपने और दूसरों के लिए ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ जीवन जीने में मदद करते हैं। खेल एक अद्भुत अवधारणा है जो जीवन को बेहतर बनाती है। छात्रों को अपनी पसंद के खेलों में अवश्य भाग लेना चाहिए।
हरिद्वार। भेल सेक्टर 2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में राष्ट्रीय खेल दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान कई खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विद्यालय के क्रीडा प्रमुख आचार्य मंगल राम ने छात्र छात्राओं को बताया कि खेलों में भाग लेने से स्वास्थ्य ठीक रहता है, शरीर मजबूत बनता है और मानसिक विकास होता है। खेलने से प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है और बीमारियां पास नहीं आती है। खेलने से आपसी सद्भाव बढ़ता है और सामाजिक विकास भी होता है। विद्यालय की क्रीडा प्रमुख आचार्या नीलम पाल ने बताया कि देश के महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जंयती 29 अगस्त 2012 में पहली बार देश में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया था। तबसे प्रतिवर्ष राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद को हॉकी के ‘द विजार्ड’ या ‘द मैजिशियन’ के रूप मे भी जाना जाता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल बहुत सारे मूल्य पैदा करते हैं। जो छात्रों को अपने और दूसरों के लिए ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ जीवन जीने में मदद करते हैं। खेल एक अद्भुत अवधारणा है जो जीवन को बेहतर बनाती है। छात्रों को अपनी पसंद के खेलों में अवश्य भाग लेना चाहिए।
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