हरिद्वार। फिजियोथैरेपी चिकित्सा के विशेषज्ञ जाने माने डॉक्टर राजीव चतुर्वेदी का बीती देर रात सिटी अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनते ही चिकित्सा जगत में शोक की लहर दौड़ पड़ी। वे पिछले एक वर्ष से पेट की आंतों की कैंसर से पीड़ित थे, पिछले 3महीने से उनकी तबीयत काफी खराब चल रही थी। कल रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें सिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी उम्र 48 साल थी। वे अपने पीछे पत्नी,दो बेटियां और एक बेटा और छोटा भाई तथा उनका परिवार छोड़ गए। आज कनखल श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार वैदिक विधि विधान के साथ किया गया। उनके 11साल के बेटे रिहान चतुर्वेदी ने चिता को मुखाग्नि दी। गमगीन आंखों से लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। भारतीय चिकित्सा संस्थान द्वारा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment