हरिद्वार। विश्व कल्याण के लिए निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर एवं श्री दक्षिण काली मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज की पूरे सावन चलने वाली विशेष आराधना अनवरत् रूप से जारी है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के पुष्पों से शिवलिंग का श्रंग्रार कर पंचामृत व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान शिव का रूद्राभिषेक कर रहे हैं। साधना में शामिल हो रहे भक्तों को शिव आराधना का महत्व बताते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सावन में भगवान शिव की पूजा अर्चना व आराधना करने से साधक के सभी कष्ट और परेशानियां दूर हो जाती हैं। सावन में जो श्रद्धालु पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करता है। उसे भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। शिव कृपा से भाग्य प्रबल होता है और सुखी और समृद्ध जीवन की प्राप्ति होती है। सावन में विधि पूर्वक भगवान शिव का‘रुद्राभिषेक‘ करने का विशेष महत्त्व है। उन्होंने कहा कि सावन के महीने में की गयी आराधना से प्रसन्न होकर भगवान भक्तों के भण्डार भर देते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी महाराज ने बताया कि देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने मंदिर प्रांगण में ध्वजारोहण किया और सभी ब्रह्मचारियों ने राष्ट्रध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी,स्वामी लाल बाबा,आचार्य पवन दत्त मिश्रा, आचार्य प्रमोद पांडे,स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी,चेतन शर्मा,राजू शुक्ला,अनुराग वाजपेयी, राधेश्याम शर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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