हरिद्वार। पुरूषोत्तम मास के पावन अवसर पर श्री ललिताम्बा देवी ट्रस्ट के संयोजन में कनखल स्थित श्री मानव कल्याण आश्रम में निरन्तर अन्नक्षेत्र का वितरण साधु-संतों, भक्तों, तीर्थयात्रियों व असहायजनों को किया जा रहा है। इस अवसर पर श्री मानव कल्याण आश्रम के महंत स्वामी दुर्गेशानन्द सरस्वती ने कहा कि मानव सेवा ही सच्चा धर्म है। अन्न जल भगवान की करेंसी है। अन्न जल के वितरण से मनुष्य का लोक-परलोक सुधरता है। उन्हांेने कहा कि श्री ललिताम्बा देवी ट्रस्ट सदैव धार्मिक व सामाजिक कार्यों में अपनी भूमिका निभाता है। श्री ललिताम्बा देवी ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि पूज्य ललिताम्बा देवी माता व पूज्य कल्याणानन्द सरस्वती द्वारा स्थापित श्री मानव कल्याण आश्रम पूज्य गुरूदेव के पदचिन्हों पर चलते हुए सदैव मानव सेवा को तत्पर रहता है। पुरूषोत्तम मास में प्रतिदिन अन्नक्षेत्र का वितरण किया जा रहा है। इस अवसर पर संस्था की ट्रस्टी रेणुका बेन एल. ठक्कर, सुरेन्द्र मिश्रा, ब्रह्मजीत, महेन्द्र, गोपी सैनी समेत अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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