हरिद्वार। जिला प्रेस क्लब हरिद्वार रजिस्टर्ड के वरिष्ठ सदस्य एवं हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र के संपादक वीरेंद्र चड्ढा की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर जिला प्रेस क्लब हरिद्वार ने गहरा दुख व्यक्त किया है। बताया जा रहा है कि घटना रात्रि 9 बजे उस वक्त घटित हुई जब खड़खड़ी समाचार पत्र के संपादक वीरेंद्र चड्डा अपने कार्य से फारिग को होकर ज्वालापुर स्थित दुर्गा चौक से होते हुए अपने घर की ओर जा रहे थे। उसी वक्त फ्लाई ओवर के ऊपर से तेज गति से आ रहे वाहन की चपेट में आकर वीरेंद्र चढ्ढा गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हे तत्काल भूमानंद हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पंचनाम भरकर शव को जिला चिकित्सालय भिजवाया। घटना की सूचना मिलते ही समस्त पत्रकार जगत एवं परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। जिला प्रेस क्लब की और से शोक सभा का आयोजन कर दिवंगत वीरेंद्र चढ्ढा को श्रद्धांजलि दी गयी और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। शोक सभा के दौरान जिला प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश वालिया ने दुर्घटना में पत्रकार साथी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। राकेश वालिया ने कहा कि दुख की इस घड़ी में जिला प्रेस क्लब दिवंगत पत्रकार वीरेंद्र चढ्ढा के परिवार के साथ है। परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए शासन व प्रशासन से वार्ता करेंगे और पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी। महासचिव अनिल बिष्ट ने कहा कि पत्रकार साथी की हादसे में असयम मौत से पत्रकार जगत को क्षति पहुंची है। जिला प्रेस क्लब पीडित परिवार की पूरी मदद करेगा। शोक सभा में सनोज कश्यप,केशव चौहान,सद्दाम हुसैन,राकेश वर्मा,नौशाद अली,अभिषेक चौहान,मुनव्वर कुरैशी,गणेश भट्ट,नितिन शर्मा,मनोज कश्यप,मुमताज आलम खान,नीरज छाछर,कमल अग्रवाल,संजय बंसल,मोहन राजा सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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