हरिद्वार। श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब नई दिल्ली का तीन दिवसीय शताब्दी समारोह महासम्मेलन आज महामना मदन मोहन मालवीय जी की जयंती के साथ संपन्न हो गया इस अवसर पर महामना मदन मोहन मालवीय जी की याद में सप्तऋषि आश्रम में यज्ञ का आयोजन किया गया,यज्ञ भगवान की पूजा अर्चना और आरती की गई। यज्ञ के उपरांत महामना मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर पुष्प माला चढ़कर सभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने महामना को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर भी सभा के पदाधिकारी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की सभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने मालवीय जी और वाजपेई जी के राष्ट्र निर्माण के लिए किए योगदान को याद किया और दोनों को एक महान नेता बताया। इस अवसर पर मालवीय जी,त्याग मूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त और अटल बिहारी वाजपेई को याद करते हुए सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ देशबंधु ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय जी ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए जो कार्य किया वह हमेशा याद किया जाएगा। मालवीय जी के विचार हर युग में प्रासंगिक रहेंगे। उन्होंने कहा कि त्याग मूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त जी महामना मदन मोहन मालवीय जी के एकमात्र मंत्र दीक्षित शिष्य थे। जिन्होंने मालवीय जी के निर्देश पर श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा का संचालन कर शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान दिया और आज सभा 150 स्कूलों और कॉलेज का संचालन कर शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है उन्होंने कहा कि शिक्षा से बड़ा कोई दान नहीं है उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई को भारतीय राजनीति का चमकता हुआ नक्षत्र बतायाइस अवसर पर सभा के कार्यकारी अध्यक्ष इंद्र मोहन गोस्वामी शताब्दी समारोह की संयोजक डॉ भारती बंधु,उपेन्द्र शर्मा, डॉ0 गुरदीप शर्मा, महन्त स्वरूप बिहारी शरण,विवेक शर्मा, डॉ0 राजीव,सतपाल ब्रह्मचारी,सुनील दत्त पांडे,मनोज खन्ना अरुण शर्मा मीनाक्षी शर्मा सहित सम्बन्धित पदाधिकारी उपस्थित थे।
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