हरिद्वार। श्यामपुर कांगड़ी स्थित श्री श्याम वैकुंठ धाम मे पूज्य गुरुदेव पंडित राम गोपाल जी महाराज अलवर वाले बाबा जी का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित संत समागम को संबोधित करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष श्री महंत श्यामसुंदर दास ने कहा पूज्य गुरुदेव अलवर वाले बाबा ज्ञान और त्याग का एक विशाल सूर्य थे। उन्होंने अपने तपोबल से लाखों भक्तों के कष्ट हरे भटके हुए लोगों को जीने की सही राह दिखाई। पूज्य गुरुदेव ने दीन दुखी सभी जाति धर्म के लोगों के अपने तपोबल से कष्ट हरे आज भी श्रीबालाजी दरबार संभापुर दिल्ली तथा श्याम वैकुंठ धाम कांगड़ी मे उनका आशीर्वाद और तपोवन विद्यमान है। मन्नतो की झोलियां लेकर भक्त आते हैं और अलवर वाले बाबा जी बालाजी महाराज की कृपा से पूर्ण होने पर हंसते गाते अपने घर को जाते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए महंत डॉआचार्य राजेश ओझा ने कहा गुरु साक्षात इस पृथ्वी पर ईश्वर के प्रतिनिधि हैं। उनके ज्ञान के बिना मनुष्य पशु सामान जो सच्चे मन से गुरु के दिए हुए संस्कार और शिक्षा को ग्रहण करता है। उसका भाग्य सूर्य के समान प्रकाशमान हो जाता है और जो अज्ञानतावस उनके द्वारा दी गई शिक्षा और संस्कार ग्रहण नहीं कर पाता वह जीवन के अधर में रहता है। जिस शिखर पर उसे पहुंचना होता है वहां कभी नहीं पहुंच पाता गुरु मिलते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान। महंत ऋषिश्वरानंद महाराज, बाबा हठयोगी महाराज, महंत वरुण शर्मा, महंत बालकृष्ण दास, सुरेश कुमार दीक्षित, संजय शर्मा, पुजारी राकेश डॉ बी के मिश्रा, अशोक चौहान, गोपाल गर्ग, आशीष मेहरा, महेंद्र चौहान, सुशील महंत सतीश गिरी, वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण महाराज, श्रवण दास महाराज सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे। इस अवसर पर आयोजित भंडारे में सभी संत महापुरुषों तथा भक्तजनों ने भोजन प्रसाद ग्रहण कर पूज्य गुरुदेव महंत श्यामसुंदर दास से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर विशाल कीर्तन कार्यक्रम भी आयोजित था।
हरिद्वार। श्यामपुर कांगड़ी स्थित श्री श्याम वैकुंठ धाम मे पूज्य गुरुदेव पंडित राम गोपाल जी महाराज अलवर वाले बाबा जी का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित संत समागम को संबोधित करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष श्री महंत श्यामसुंदर दास ने कहा पूज्य गुरुदेव अलवर वाले बाबा ज्ञान और त्याग का एक विशाल सूर्य थे। उन्होंने अपने तपोबल से लाखों भक्तों के कष्ट हरे भटके हुए लोगों को जीने की सही राह दिखाई। पूज्य गुरुदेव ने दीन दुखी सभी जाति धर्म के लोगों के अपने तपोबल से कष्ट हरे आज भी श्रीबालाजी दरबार संभापुर दिल्ली तथा श्याम वैकुंठ धाम कांगड़ी मे उनका आशीर्वाद और तपोवन विद्यमान है। मन्नतो की झोलियां लेकर भक्त आते हैं और अलवर वाले बाबा जी बालाजी महाराज की कृपा से पूर्ण होने पर हंसते गाते अपने घर को जाते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए महंत डॉआचार्य राजेश ओझा ने कहा गुरु साक्षात इस पृथ्वी पर ईश्वर के प्रतिनिधि हैं। उनके ज्ञान के बिना मनुष्य पशु सामान जो सच्चे मन से गुरु के दिए हुए संस्कार और शिक्षा को ग्रहण करता है। उसका भाग्य सूर्य के समान प्रकाशमान हो जाता है और जो अज्ञानतावस उनके द्वारा दी गई शिक्षा और संस्कार ग्रहण नहीं कर पाता वह जीवन के अधर में रहता है। जिस शिखर पर उसे पहुंचना होता है वहां कभी नहीं पहुंच पाता गुरु मिलते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान। महंत ऋषिश्वरानंद महाराज, बाबा हठयोगी महाराज, महंत वरुण शर्मा, महंत बालकृष्ण दास, सुरेश कुमार दीक्षित, संजय शर्मा, पुजारी राकेश डॉ बी के मिश्रा, अशोक चौहान, गोपाल गर्ग, आशीष मेहरा, महेंद्र चौहान, सुशील महंत सतीश गिरी, वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण महाराज, श्रवण दास महाराज सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे। इस अवसर पर आयोजित भंडारे में सभी संत महापुरुषों तथा भक्तजनों ने भोजन प्रसाद ग्रहण कर पूज्य गुरुदेव महंत श्यामसुंदर दास से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर विशाल कीर्तन कार्यक्रम भी आयोजित था।
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