हरिद्वार। श्री सुदर्शन आश्रम अखाड़े के परमाध्यक्ष श्रीमहंत रघुवीर दास जी महाराज ने श्रद्वालुओं को संबोधित करते हुए कहा इस पावन धरा तीर्थनगरी में कदम कदम पर राम नाम की महिमा का गुणगान सुनने के लिए मिलता है। भजन कीर्तन सुनने के लिए मिलता है यह हमारा धर्म है कि हम राम नाम की महिमा का रसपान करें और इस मानव जीवन को धन्य करें। भजन कीर्तन और हरि की महिमा सुनने मात्र से मनुष्य जीवन धन्य हो जाता है और आपका लोक और परलोक दोनों सुधर जाते है। राम नाम की लूट है जो लूट जाए सो लूट नहीं तो अंत समय पछताएगा जब प्राण जाएंगे छूट। बहुत से लोग कहते हैं कि हम राम भजन बुढ़ापे में जपेंगे उस निशक्त जीवन में आप बिना सहारे की खुद तो खड़े हो नहीं सकते तो इस लड़खड़ाति जीभा से राम भजन क्या उस समय खाक करोगे। अभी समय है जागो और अपने मन मंदिर में सीताराम सीताराम का जाप करो यही आपको कल्याण की ओर ले जायेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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