हरिद्वार। केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी एफएसडब्लयू वैन के माध्यम से खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा लालढांग क्षेत्र में दूध की सैपलिंग की गयी। विभाग द्वारा दूघ के ढाई दर्जन से अधिक सैपल लिए गए। जांच में सभी सैंपल ठीक पाए गए। इस दौरान स्थानीय लोगों को मिलावट के प्रति जागरूक भी किया गया। खाद्य पदार्थो में मिलावट की जांच करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को दो एफएसडब्लयू वैन उपलब्ध करायी गयी हैं। एफएसडब्ल्यू वैन के माध्यम से खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग मौके पर ही की जा सकेगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी महिमानंद जोशी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को उपलब्ध करायी एफएसडब्लयू वैन में से एक देहरादून और दूसरी हरिद्वार में कार्य कर रही है। मंगलवार को ज्वालापुर क्षेत्र में मसालों एवं अन्य खाद्य पदार्थो की जांच की गयी थी। उन्होंने बताया कि दूध की अधिकांश सप्लाई लालढांग क्षेत्र से होती है। इसलिए बुधवार को लालढांग क्षेत्र में जांच अभियान चलाया गया। जांच के लिए ढाई दर्जन से अधिक सैंपल लिए गए और जांच में सभी सैंपल ठीक पाए गए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि त्योहारों का सीजन आते ही नकली खाद्य सामग्री बड़े पैमाने पर बाजारों में बेची जाती है। नकली खाद्य सामग्री के सेवन से लोग बीमार होते हैं। मौके पर ही जांच होने से मिलावट पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी तथा मिलावट पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। टीम में सीनियर फूड सेफ्टी अधिकारी दिलीप जैन व फूड सेफ्टी अधिकारी रूड़की योगेंद्र पांडेय शामिल रहे।
हरिद्वार। केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी एफएसडब्लयू वैन के माध्यम से खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा लालढांग क्षेत्र में दूध की सैपलिंग की गयी। विभाग द्वारा दूघ के ढाई दर्जन से अधिक सैपल लिए गए। जांच में सभी सैंपल ठीक पाए गए। इस दौरान स्थानीय लोगों को मिलावट के प्रति जागरूक भी किया गया। खाद्य पदार्थो में मिलावट की जांच करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को दो एफएसडब्लयू वैन उपलब्ध करायी गयी हैं। एफएसडब्ल्यू वैन के माध्यम से खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग मौके पर ही की जा सकेगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी महिमानंद जोशी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को उपलब्ध करायी एफएसडब्लयू वैन में से एक देहरादून और दूसरी हरिद्वार में कार्य कर रही है। मंगलवार को ज्वालापुर क्षेत्र में मसालों एवं अन्य खाद्य पदार्थो की जांच की गयी थी। उन्होंने बताया कि दूध की अधिकांश सप्लाई लालढांग क्षेत्र से होती है। इसलिए बुधवार को लालढांग क्षेत्र में जांच अभियान चलाया गया। जांच के लिए ढाई दर्जन से अधिक सैंपल लिए गए और जांच में सभी सैंपल ठीक पाए गए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि त्योहारों का सीजन आते ही नकली खाद्य सामग्री बड़े पैमाने पर बाजारों में बेची जाती है। नकली खाद्य सामग्री के सेवन से लोग बीमार होते हैं। मौके पर ही जांच होने से मिलावट पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी तथा मिलावट पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। टीम में सीनियर फूड सेफ्टी अधिकारी दिलीप जैन व फूड सेफ्टी अधिकारी रूड़की योगेंद्र पांडेय शामिल रहे।
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