हरिद्वार। माता आनंदमयी आश्रम कनखल में स्वामी आशीषानंद महाराज का जन्मोत्सव श्रद्वालुओं द्वारा धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बोलते हुए सचिव स्वामी शिवानंद जी महाराज ने कहा गुरु ज्ञान की विशाल गंगा होते हैं। गुरु के ज्ञान को ग्रहण करना गुरु का सानिध्य और आशीर्वाद प्राप्त होना बड़े ही गौरव और भाग्य की बात है। माता आनंदमयी का पवन सानिध्य प्राप्त करने वाले संत स्वामी आशीषानंद जी महाराज ज्ञान और त्याग की एक अखंड मूर्ति,ऐसी परम विभूति के जन्मोत्सव पर हम उन्हें शत-शत नमन करते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए व्यवस्थापक पुष्पराज पांडे ने कहा गुरु की शरण और गुरु का ज्ञान बड़े ही भाग्यशाली लोगों को प्राप्त होता है। गुरु की महिमा इस संसार में बड़ी ही अपरंपार है,गुरु भक्तों को धर्म-कर्म के माध्यम से उंगली पड़कर भवसागर पार करा देते हैं। गुरु भवसागर की नाव के नाविक हैं,गुरु इस पृथ्वी पर साक्षात ईश्वर के प्रतिनिधि हैं। गुरु की महिमा का गुणगान इसीलिए ईश्वर से पहले किया जाता है क्योंकि ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग ईश्वर तक पहुंचाने की सीढ़ी गुरु है। माता आनंदमयी ने संपूर्ण समाज में सनातन परंपरा को फैलाने का कार्य किया। भक्तों को ईश्वर से जोड़ने का कार्य किया। इस मौके पर परम भक्त विनोद शर्मा, धीरज मलिक, विनोद शर्मा के साथ-साथ महान शांति प्रकाश महाराज स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, बाबा रामेश्वरानंद, वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण जी महाराज श्याम गिरी महाराज सहित भारी संख्या में संत महापुरुष उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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