हरिद्वार। लोकसभा चुनाव में व्यय तंत्र से जुड़े सभी अधिकारी व टीमे तटस्थ होकर सक्रियता से कार्य करना सुनिश्चित करेगें तथा निर्वाचन आयोग की गाइडलाईन का अक्षरसह पालन करना सुनिश्चित करेगें। यह निर्देश भारत निर्वाचन आयोग द्वारा हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में तैनात व्यय प्रेक्षक सुश्री स्वाति शिवम ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक लेते हुए व्यय अनुवीक्षण तंत्र के अधिकारियों को दिये। प्रेक्षक ने कहा कि निर्वाचन आयोग का मुख्य उद्देश्य मतदाताओ को प्रलोभन देने वाले वस्तुओ मदिरा,धन-बल को रोकना है ताकि सभी प्रत्याशियों को समान मंच मिल सकें। उन्होने कहा कि निर्वाचन में लगे सभी अधिकारी कर्मचारी तटस्थ होकर अपने दायित्वो का निर्वहन करें। उन्होने कहा सभी अधिकारी पारदर्शिता से कार्य करे तथा हस्त पुस्तिका का पूर्ण अध्ययन कर लें ताकि निर्वाचन के दौरान किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पडें। उन्होने कहा सभी एसएसटी,एफएसटी,वीएसटी,सहित सभी टीमे सतर्क होकर पैनी नजर रखते हुए कार्य करें तथा अपनी-अपनी रिर्पोट प्रतिदिन समय से नोडल व्यय को देना सुनिश्चित करें ताकि प्रत्याशी व्यय का ससमय अंकन किया जा सकें। उन्होने कहा कि प्रत्याशी की रैलियों की वीडियोग्राफी भलि भांति की जाए ताकि वीवीटी टीम रैली की वीडियों देखकर व्यय का सही से आंकलन कर सकें।व्यय प्रेक्षक ने कहा कि एसएसटी व एफएसटी टीमें सक्रियता से काम करे व बेरियर्स पर पैनी नजर रखे व संसदीय क्षेत्र में प्रवेश करते समय वाहनों की गहनता से जांच करें,जांच में किसी प्रकार की अवैध सामाग्री मिलने पर सीजर की वीडियोग्राफी भी अवश्य की जाये। उन्होने कहा कि प्रत्येक प्रत्याशी नामांकन से पूर्व अपना नया बैंक खाता खोलेगें,निर्वाचन के दौरान इसी बैंक खाते से धनराशि का लेन-देन होगा। उन्होने कहा कि स्टार प्रचारकों के भ्रमण,हैलीपैड,सभास्थलों पर भी पैनी नजर रखी जाये। उन्होने कहा कि किसी भी प्रकार की परेशानी अथव समस्या आने पर वे उनसे सीधे बात कर सकते है।बैठक में व्यय नोडल रोमिल चैधरी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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