हरिद्वार। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार और अनाचार बढ़ा है। भगवान ने अवतार लेकर मानवता की रक्षा की है। दक्षिण काली मंदिर में विश्व शांति के लिए आयोजित दो दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के समापन पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानदं गिरी महाराज ने कहा कि सनानत धर्म संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन और महान संस्कृति है। सनातन धर्म संस्कृति के महापुरूषों ने सदैव विश्व का मार्गदर्शन कर कल्याण का मार्ग दिखाकर मानवता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरू के सानिध्य में सद्मार्ग पर चलने से जीवन भवसागर से पार हो जाता है। इसलिए सभी को सदैव ईश्वर का स्मरण करते हुए मानव सेवा में योगदान करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। श्रद्धालु भक्तों को गंगा स्वच्छता की प्रेरणा देते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि मां गंगा भारतीय संस्कृति की धरोहर और भारत की जीवन रेखा है। लेकिन मानवीय गलतियों के चलते गंगा लगातार प्रदूषित हो रही है। गंगा स्नान करने की सार्थकता तभी है। जब गंगा को स्वच्छ,निर्मल,अवरिल बनाए जाने का संकल्प भी लिया जाए। सभी को संकल्पबद्ध होकर गंगा को स्वच्छ बनाए रखने में योगदान करना चाहिए। साथ ही दूसरों को भी गंगा स्वच्छता के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,बाल मुकुंदानंद ब्रह्मचारी,महंत लाल बाबा,आचार्य पवनदत्त मिश्र ,पंडित प्रमोद पांडे,चेतन शर्मा सहित कई श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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