हरिद्वार। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 1478 वादों का सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण कर 6 करोड़ 23 लाख 70 हजार 3 सौ12 रुपए का सेटलमेंट धनराशि निर्धारित की गई। प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला जज प्रशांत जोशी के निर्देशन में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में हरिद्वार न्यायालय में 8 बेंच बनाकर मुकदमों का निस्तारण किया गया। प्रथम बेंच का पीठासीन अधिकारी तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश अनिरुद्ध भट्ट व सदस्य तरसेम सिंह चौहान,एडवोकेट को नियुक्त किया गया था। जबकि द्वितीय बेंच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार श्रीवास्तव व सदस्य संगीता भारद्वाज,तृतीय बेंच वरिष्ठ सिविल जज संदीप कुमार व सदस्य संजय कुमार चौहान,चतुर्थ बेंच प्रथम अपर वरिष्ठ सिविल जज विभा यादव व सदस्य सीमा,पंचम बेंच सिविल जज अंजू व सदस्य कुशलपाल सिंह चौहान एडवोकेट,षष्टम बेंच द्वितीय अपर सिविल जज अनूप सिंह भाकुनी व सदस्य नीलू शर्मा,षष्टम बेंच द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट शिव सिंह व सदस्य संजय कुमार सैनी व अष्टम बेंच तृतीय न्यायिक मजिस्ट्रेट संतोष पश्चिमी व सदस्य सुमन कौशिक को नियुक्त किया गया था। आठों बैंच ने कुल मिलाकर 1478मुकदमों का निस्तारण पक्षकारों की आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया। प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने बताया कि निस्तारित मुकदमों में मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद,परिवारवाद,सिविल वाद, शमनीय फौजदारी वादों आदि का निस्तारण किया गया। निस्तारित वादों में कल 6करोड़ 23 लाख 70 हजार 3सौ 12रुपए सेटलमेंट धनराशि तय की गई। उन्होंने लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारियों तथा अधिवक्ताओं व वादकारियों का धन्यवाद भी किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment