हरिद्वार। ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में अवधूत मंडल आश्रम के पास मॉर्निंग वॉक पर निकली महिला के गले से चेन लूटने और महिला की मदद के लिए आए एक अन्य व्यक्ति पर कट्टे से फायरिंग कर सनसनी फैलाने वाला आरोपी पुलिसकर्मी का नाबालिग बेटा निकला। आरोपी के पिता टिहरी जिले में तैनात हैं। आरोपी ने उसी दिन रूड़की गंगनगर कोतवाली क्षेत्र में भी एक महिला से सोने के कुंडल लूटने की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी नाबालिक को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया है। नशे के शौक को पूरा करने के लिए अपराध की राह पर आए नाबालिक के खिलाफ दफा 307 के भी दो मुकद्मे दर्ज हैं। आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल,बाली के टुकड़े,झुमका और मोबाइल बरामद हुआ है। घटनाओं में शामिल आरोपी नाबालिग के एक साथी की तलाश की जा रही है। बीती तीन सितम्बर की सवेरे अवधूत मंडल आश्रम के पास बाइक सवार मॉर्निंग वॉक पर निकली आर्यनगर निवासी महिला के गले से चेन लूटकर और महिला की मदद के लिए आए एक व्यापारी पर कट्टे से फायरिंग कर आरोपी फरार हो गया था। इसके बाद आरोपी ने रूड़की में गंगनहर क्षेत्र में एक महिला के कुंडल लूट लिए थे। एक सितम्बर को हरिद्वार में ज्वैलर्स शौरूम में करोड़ों की लूट की घटना के बाद महिलाओं के साथ चेन व कुंडल लूटने की एक साथ दो घटनाओं से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने पुलिस टीम का गठन कर खुलासे के निर्देश दिए थे। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज व मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक संदिग्ध नाबालिक को संरक्षण में लेकर कानूनी कार्रवाई के बाद बाल सुधार गृह भेज दिया। पुलिस टीम में एसएसआई राजेश बिष्ट,एसआई वीरेंद्र सिंह नेगी,एसआई विकास रावत,हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र,कांस्टेबल संदीप कुमार व नवीन क्षेत्री शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment