हरिद्वार। श्रीराधारासिक बिहारी मंदिर रामनगर कॉलोनी ज्वालापुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की कथा श्रवण कराते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने एकादशी तिथि का महत्व बताते हुए कहा कि ऐसा माना जाता है कि भगवान द्वारा संपूर्ण सृष्टि की रचना हुई है। पाप एवं पुण्य की भी उत्पत्ति भगवान द्वारा की गई है। एक समय की बात है जब पाप भगवान नारायण के पास पहुंचकर कहता है कि प्रभु आपने मुझे बनाया परंतु रहने के लिए कोई स्थान नहीं दिया। भगवान कहते हैं आज एकादशी के दिन तुम मेरे पास आए हो। आज के दिन तुम्हारा वास अन्न में होगा। जो एकादशी तिथि को अन्न ग्रहण करेगा उसके भीतर तुम प्रवेश कर जाना। तभी से प्रत्येक एकादशी तिथि के दिन निराहार रहकर भगवान का भजन पूजन करते हुए व्रत रखने का विधान बना है। चतुर्थ दिवस की कथा शास्त्री ने ध्रुव चरित्र,प्रहलाद चरित्र का श्रवण भी भक्तों को कराया और बताया कि जो भगवान की भक्ति जो करता है। भगवान उसकी हमेशा रक्षा करते हैं। इस दौरान सभी भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मुख्य यजमान कृष्ण कुमार आर्य,रेखा आर्य,अनुज आर्य,जोशना आर्य,किरण शर्मा,शिमला उपाध्याय,रश्मि गोस्वामी, किशोर गुप्ता,सोनिया गुप्ता,रिशु गोयल,डा.अनिल भट्ट,वीना धवन,शांति दर्गन,रिंकू शर्मा,महेंद्र शर्मा,रुद्राक्ष भट्ट,रिंकी भट्ट,विमला देवी भट्ट,पंडित गणेश कोठारी,रीना जोशी,मोनिका बिश्नोई,पूर्व पार्षद रेणु अरोड़ा,दीप्ति भारद्वाज,रीना जोशी,हर्ष ब्रह्म,अन्नू शर्मा,सुषमा त्यागी,मधु इलाहाबादी, सारिका जोशी,भावना खुराना,सुमन चौहान आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। श्रीराधारासिक बिहारी मंदिर रामनगर कॉलोनी ज्वालापुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की कथा श्रवण कराते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने एकादशी तिथि का महत्व बताते हुए कहा कि ऐसा माना जाता है कि भगवान द्वारा संपूर्ण सृष्टि की रचना हुई है। पाप एवं पुण्य की भी उत्पत्ति भगवान द्वारा की गई है। एक समय की बात है जब पाप भगवान नारायण के पास पहुंचकर कहता है कि प्रभु आपने मुझे बनाया परंतु रहने के लिए कोई स्थान नहीं दिया। भगवान कहते हैं आज एकादशी के दिन तुम मेरे पास आए हो। आज के दिन तुम्हारा वास अन्न में होगा। जो एकादशी तिथि को अन्न ग्रहण करेगा उसके भीतर तुम प्रवेश कर जाना। तभी से प्रत्येक एकादशी तिथि के दिन निराहार रहकर भगवान का भजन पूजन करते हुए व्रत रखने का विधान बना है। चतुर्थ दिवस की कथा शास्त्री ने ध्रुव चरित्र,प्रहलाद चरित्र का श्रवण भी भक्तों को कराया और बताया कि जो भगवान की भक्ति जो करता है। भगवान उसकी हमेशा रक्षा करते हैं। इस दौरान सभी भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मुख्य यजमान कृष्ण कुमार आर्य,रेखा आर्य,अनुज आर्य,जोशना आर्य,किरण शर्मा,शिमला उपाध्याय,रश्मि गोस्वामी, किशोर गुप्ता,सोनिया गुप्ता,रिशु गोयल,डा.अनिल भट्ट,वीना धवन,शांति दर्गन,रिंकू शर्मा,महेंद्र शर्मा,रुद्राक्ष भट्ट,रिंकी भट्ट,विमला देवी भट्ट,पंडित गणेश कोठारी,रीना जोशी,मोनिका बिश्नोई,पूर्व पार्षद रेणु अरोड़ा,दीप्ति भारद्वाज,रीना जोशी,हर्ष ब्रह्म,अन्नू शर्मा,सुषमा त्यागी,मधु इलाहाबादी, सारिका जोशी,भावना खुराना,सुमन चौहान आदि शामिल रहे।
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