हरिद्वार। बीएचईएल हरिद्वार में मनाए जा रहे राजभाषा उत्सव-2024 के उपलक्ष्य में, कर्मचारियों के परिजनों हेतु‘बात मेरे मन की’कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि एवं बीएचईएल लेडीज क्लब,हरिद्वार की संरक्षिका श्रीमती टी.सौम्या, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) अगस्टिन खाखा तथा लेडीज क्लब की पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलन द्वारा किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए श्रीमती टी.सौम्या ने कहा कि हिंदी के प्रति अपनी रूचि और समर्पण को दर्शाने के लिए,कर्मचारियों को अनेक अवसर मिलते हैं परंतु परिजनों के लिए यह पहला मौका है। उन्होंने कहा कि आज हिंदी विभिन्न भाषा-भाषियों को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रही है। अगस्टिन खाखा ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि प्रभावी राजभाषा कार्यान्वयन तथा संस्थान की उन्नति में,हमारे परिवारों की भी अहम भूमिका है। वरिष्ठ उप महाप्रबंधक (राजभाषा) हरीश सिंह बगवार ने कार्यक्रम के उद्देश्य तथा रूपरेखा से सभी को परिचित कराया। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में बीएचईएल कर्मचारियों के लगभग 30 परिजनों ने,कविता,कहानी,संस्मरण आदि के माध्यम से अपने मन की बात साझा की। सभी प्रतिभागियों को श्रीमती टी.सौम्या ने स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) पार्थ सारथी गौड़ा ने,सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। उप प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमती शशी सिंह द्वारा कार्यक्रम का प्रभावी संचालन किया गया। आयोजन को सफल बनाने में राजभाषा तथा मानव संसाधन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
हरिद्वार। बीएचईएल हरिद्वार में मनाए जा रहे राजभाषा उत्सव-2024 के उपलक्ष्य में, कर्मचारियों के परिजनों हेतु‘बात मेरे मन की’कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि एवं बीएचईएल लेडीज क्लब,हरिद्वार की संरक्षिका श्रीमती टी.सौम्या, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) अगस्टिन खाखा तथा लेडीज क्लब की पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलन द्वारा किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए श्रीमती टी.सौम्या ने कहा कि हिंदी के प्रति अपनी रूचि और समर्पण को दर्शाने के लिए,कर्मचारियों को अनेक अवसर मिलते हैं परंतु परिजनों के लिए यह पहला मौका है। उन्होंने कहा कि आज हिंदी विभिन्न भाषा-भाषियों को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रही है। अगस्टिन खाखा ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि प्रभावी राजभाषा कार्यान्वयन तथा संस्थान की उन्नति में,हमारे परिवारों की भी अहम भूमिका है। वरिष्ठ उप महाप्रबंधक (राजभाषा) हरीश सिंह बगवार ने कार्यक्रम के उद्देश्य तथा रूपरेखा से सभी को परिचित कराया। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में बीएचईएल कर्मचारियों के लगभग 30 परिजनों ने,कविता,कहानी,संस्मरण आदि के माध्यम से अपने मन की बात साझा की। सभी प्रतिभागियों को श्रीमती टी.सौम्या ने स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) पार्थ सारथी गौड़ा ने,सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। उप प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमती शशी सिंह द्वारा कार्यक्रम का प्रभावी संचालन किया गया। आयोजन को सफल बनाने में राजभाषा तथा मानव संसाधन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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