हरिद्वार। 1400वर्षों इस्लामिक और ईसाई आक्रान्ताओं से धार्मिक संघर्ष कर जिन करोड़ों हिंदुओं ने हमें हिन्दू होने का सौभाग्य दिया, उसका ऋण उतारने का प्रयास करते हुए अयोध्या फाउंडेशन की संस्थापक मीनाक्षी शरण गत 8वर्षों से हरिद्वार आकर उनके सामूहिक तर्पण करवाती हैं। प्रतिवर्ष 15अगस्त को श्राद्ध संकल्प दिवस के रूप में मानकर,देश विदेश के लाखों हिंदुओं को सर्वपितृ अमावस्या पर उन करोड़ों बलिदानियों के सामूहिक तर्पण करने का संकल्प दिलवाती हैं। इतिहास में केवल अपनी आस्था के कारण मारे गए 80करोड़ हिन्दू पूर्वजों का सामूहिक श्राद्धकर्म करने की प्रतिज्ञा का यह 8वां वर्ष है। 250हिंदुओं और 21बालक बालिकाओं नें 2 अक्तूबर को चण्डी घाट पर हुए सामूहिक तर्पण किया। मुंबई से मीनाक्षी शरण,निशीथ शरण,शिवानी शरण,देहरादून से अशोक विंडलस,कर्नल हनी बख्शी,कर्नल दत्ता,कर्नल विवेक गुप्ता डाक्टर कुलदीप दत्ता,सुधीर शर्मा,डा.प्राची शर्मा,दिल्ली से एडवोकेट अमिता सचदेव,संदीप मुँझाल,पूजा तिवारी,हिमाचल से हिंदू जागरण मंच महामंत्री कमल गौतम, महेंद्र ठाकुर आदि ने सह परिवार हिन्दू बलिदानियों के सामूहिक तर्पण किये। इस अभियान का उद्देश्य हिंदुओं को अपने शौर्यवान व गौरवशाली इतिहास का स्मरण कराना,आत्मरक्षा के लिए शत्रु बोध कराना, और भावी पीढ़ी को सनातन संस्कृति व परंपराओं के बारे में शिक्षित करना है। इस अभियान में अब तक 16देशों के और भारत के हर प्रांत के कई लाख हिन्दू जुड़ चुके हैं। मीनाक्षी शरण ने भारत के 100करोड़ों हिंदुओं से आने वाली सर्व पितृ अमावस्या पर अपने पूर्वजों को साथ,उन अज्ञात पूर्वजों के तर्पण का आहवान किया जिनके कारण भारत में हम आज भी 80ः हिन्दू हैं।
हरिद्वार। 1400वर्षों इस्लामिक और ईसाई आक्रान्ताओं से धार्मिक संघर्ष कर जिन करोड़ों हिंदुओं ने हमें हिन्दू होने का सौभाग्य दिया, उसका ऋण उतारने का प्रयास करते हुए अयोध्या फाउंडेशन की संस्थापक मीनाक्षी शरण गत 8वर्षों से हरिद्वार आकर उनके सामूहिक तर्पण करवाती हैं। प्रतिवर्ष 15अगस्त को श्राद्ध संकल्प दिवस के रूप में मानकर,देश विदेश के लाखों हिंदुओं को सर्वपितृ अमावस्या पर उन करोड़ों बलिदानियों के सामूहिक तर्पण करने का संकल्प दिलवाती हैं। इतिहास में केवल अपनी आस्था के कारण मारे गए 80करोड़ हिन्दू पूर्वजों का सामूहिक श्राद्धकर्म करने की प्रतिज्ञा का यह 8वां वर्ष है। 250हिंदुओं और 21बालक बालिकाओं नें 2 अक्तूबर को चण्डी घाट पर हुए सामूहिक तर्पण किया। मुंबई से मीनाक्षी शरण,निशीथ शरण,शिवानी शरण,देहरादून से अशोक विंडलस,कर्नल हनी बख्शी,कर्नल दत्ता,कर्नल विवेक गुप्ता डाक्टर कुलदीप दत्ता,सुधीर शर्मा,डा.प्राची शर्मा,दिल्ली से एडवोकेट अमिता सचदेव,संदीप मुँझाल,पूजा तिवारी,हिमाचल से हिंदू जागरण मंच महामंत्री कमल गौतम, महेंद्र ठाकुर आदि ने सह परिवार हिन्दू बलिदानियों के सामूहिक तर्पण किये। इस अभियान का उद्देश्य हिंदुओं को अपने शौर्यवान व गौरवशाली इतिहास का स्मरण कराना,आत्मरक्षा के लिए शत्रु बोध कराना, और भावी पीढ़ी को सनातन संस्कृति व परंपराओं के बारे में शिक्षित करना है। इस अभियान में अब तक 16देशों के और भारत के हर प्रांत के कई लाख हिन्दू जुड़ चुके हैं। मीनाक्षी शरण ने भारत के 100करोड़ों हिंदुओं से आने वाली सर्व पितृ अमावस्या पर अपने पूर्वजों को साथ,उन अज्ञात पूर्वजों के तर्पण का आहवान किया जिनके कारण भारत में हम आज भी 80ः हिन्दू हैं।
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