Skip to main content

सर्वस्व बलिदान करने वाली महानविभूतियों का श्राद्ध तर्पण किया


 हरिद्वार। पितृ विसर्जनी अमावस्या पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ब्रह्मानंद गिरी के सानिध्य में कश्यप घाट पर देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को उनके निमित्त तर्पण और श्रद्धा सुमन अर्पित कर युवा पीढ़ी से शहीदों के दिखाए मार्ग पर चलते हुए देश की प्रगति में योगदान करने का आह्वान किया गया। स्वामी ब्रह्मानंद गिरी ने कहा कि देश और धर्म के लिए सर्वस्व बलिदान करने वाली महानविभूतियों का श्राद्ध तर्पण किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम ऐसी अवस्था में आ गए हैं कि हम अपने महापुरुषों और उनके दिखाए मार्ग,संस्कृति और संस्कार को भूलकर विदेशी संस्कृति को अपनाकर आगे बढ़ रहे हैं। युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और संस्कारों से अवगत कराने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। स्वामी ललितानंद गिरी ने कहा कि युवा पीढ़ी को वीर शहीदों के जीवन प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके दिखाए मार्ग चलना चाहिए। श्रीअखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि वीर शहीद देश की धरोहर हैं। वीरों की गाथाओं का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। जिससे युवा पीढ़ी उनके जीवन से प्रेरणा ले। इस दौरान ब्रह्मानंद गिरी महाराज,स्वामी आत्मानंद,आचार्य ललितानंद,स्वामी नित्यानंद पुरी,धर्मेंद्र नाथ,रमेश कपूर,साध्वी आरती गिरी,सुनील प्रजापति,विष्णु गोड,बृजमोहन शर्मा,यशपाल शर्मा,गिरीश मिश्रा,लक्ष्मी नारायण पांडे, मनीष शास्त्री,विपिन जोशी,चमन गिरी, कुलदीप शर्मा,हरिओम सैनी,राकेश यादव,सुनील शर्मा,पलविंद्र बालियान,विनोद मिश्रा,आदि मौजूद रहें। 


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को ...