हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय,हरिद्वार और एप्सिलॉन क्रिएटिव एजेंसी गुरुग्राम के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता पर हस्ताक्षर हुआ। इस साझेदारी का उद्देश्य ३डी तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एआर व वीआर और जेनरेटिव एआई जैसे क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत दोनों संस्थाएं संयुक्तरूप से अत्याधुनिक तकनीकी अनुसंधान,परियोजनाओं और विकास कार्यों पर काम करेंगी,जिससे डिजिटल प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। समझौते के अनुसार, विभिन्न कार्यशालाओं,परियोजनाओं और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनका उद्देश्य शिक्षा और अनुसंधान को नई दिशा प्रदान करना है।इस समझौते पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या और एप्सिलॉन क्रिएटिव एजेंसी (एलएलपी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन कुमार ने हस्ताक्षर किया। यह समझौता तीन वर्षों की अवधि के लिए प्रभावी रहेगा,जिसे आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकता है। दोनों संस्थाएं मिलकर शैक्षणिक और तकनीकी क्षेत्र में समाज के व्यापक हित के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने हेतु प्रतिबद्ध हैं,जिससे छात्र,शोधकर्ता और समाज को लाभ होगा।
हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय,हरिद्वार और एप्सिलॉन क्रिएटिव एजेंसी गुरुग्राम के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता पर हस्ताक्षर हुआ। इस साझेदारी का उद्देश्य ३डी तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एआर व वीआर और जेनरेटिव एआई जैसे क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत दोनों संस्थाएं संयुक्तरूप से अत्याधुनिक तकनीकी अनुसंधान,परियोजनाओं और विकास कार्यों पर काम करेंगी,जिससे डिजिटल प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। समझौते के अनुसार, विभिन्न कार्यशालाओं,परियोजनाओं और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनका उद्देश्य शिक्षा और अनुसंधान को नई दिशा प्रदान करना है।इस समझौते पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या और एप्सिलॉन क्रिएटिव एजेंसी (एलएलपी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन कुमार ने हस्ताक्षर किया। यह समझौता तीन वर्षों की अवधि के लिए प्रभावी रहेगा,जिसे आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकता है। दोनों संस्थाएं मिलकर शैक्षणिक और तकनीकी क्षेत्र में समाज के व्यापक हित के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने हेतु प्रतिबद्ध हैं,जिससे छात्र,शोधकर्ता और समाज को लाभ होगा।
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