हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। बुधवार की देर शाम रोशनाबाद स्थित विकास भवन सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने स्वच्छता एवं पोषण दिवस के सुदृढ़ीकरण पर जोर देते हुए निर्देश दिए कि ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) को और प्रभावी बनाने के लिए सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों एवं स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों का अभिमुखीकरण किया जाए। इसके तहत प्रत्येक सुपरवाइजर को एक सुदृढ़ विजिट प्लान तैयार करने की भी हिदायत दी गई ताकि सेवाओं का सही संचालन सुनिश्चित हो सके। उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान और प्रबंधन बैठक में निर्देशित किया गया कि वीएचएसएनडी के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर,उनका उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए। यह कदम मातृ मृत्यु दर को कम करने और जनपद में सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया। सीडीओ ने यह भी निर्देश दिए कि ग्राम स्वास्थ्य,स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दौरान सभी आवश्यक सेवाओं को समय पर उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही,अधिक से अधिक लोगों को इन सेवाओं के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया गया। इसके लिए स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों और मीडिया का सहयोग लेने की बात कही गई ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी व्यापक स्तर पर पहुंचाई जा सके। पिरामल फाउंडेशन, प्रोजेक्ट मानसी और रजत शहरी ग्रामोत्थान संस्थान के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया कि वे स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कार्य करें। इन संस्थाओं से कहा गया कि वे अपने सहयोगात्मक प्रयासों की रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में नियमित रूप से प्रस्तुत करें। मुख्य विकास अधिकारी ने जोर देकर कहा कि आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित प्रथम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों की क्षमता वृद्धि के लिए नियमित प्रशिक्षण और बैठकें आयोजित की जाएं। जिससे वे स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम व्यक्ति तक बेहतर तरीके से पहुंचा सकें। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंण्डे ने कहा कि इन प्रयासों से जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर ऊंचा उठेगा और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार होगा। उन्होंने सभी अधिकारियों और संस्थानों को इस दिशा में ठोस प्रयास करने का आह्वान किया। बैठक में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.कोमल,पिरामल फाउंडेशन,प्रोजेक्ट मानसी और रजत शहरी ग्रामोत्थान संस्थान के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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