हरिद्वार। अखिल भारतीय वैष्णों अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री बाबा हठयोगी एवं श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामशरण दास महाराज ने कहा कि बैरागी कैंप बैरागी संत महापुरूषों की तपस्थली है। आदि अनादि काल से बैरागी कैंप में महाकुंभ मेले होते आ रहे हैं। लेकिन जब से यूपी और उत्तराखंड अलग-अलग राज्य बने हैं। तब से कुछ छुटभैया नेता यहां की फिजा को बिगाड़ने की नीयत से बैरागी कैंप को बदनाम कर रहे हैं। राष्ट्रीय महामंत्री बाबा हठयोगी ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ मेला शुरू होने वाला है। सभी अखाड़ों के संत महापुरूष प्रयागराज में महाकुंभ मेले की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में अतिक्रमण के नाम बैरागी कैंप में रहने वाले संत महापुरूषों को नोटिस जारी किया जाना उचित नहीं है। उन्होंनें कहा कि बैरागी कैंप में किसी भी धर्मस्थल को उजड़ने नहीं दिया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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