हरिद्वार। राजीव शर्मा दोबारा नगर पालिका शिवालिक नगर के अध्यक्ष पद चुने गए। जिसमे हिन्दूवादी फ़ायर ब्राण्ड नेता संजीव चौधरी की चुनावी रणनीति की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चुनाव के अन्तिम दौर मे चुनाव को हिन्दुत्व की और मोड़ने मे उनकी बेबाक़ टिप्पणी और भाषण ने ब्रह्मस्त्र का काम किया। 2017 मे भी नगर विधायक मदन कोशिक के चुनाव प्रभारी रहे संजीव चौधरी अब एक अच्छे रणनीतिकार के रूप में स्थापित हो गए है। उनके भाषण जहां सुनने के लिए भीड़ एकत्र हो जाती हैं।वही दूसरी और उनकी रणनीतिक चालो से विपक्ष चित हो जाता है। संजीव चौधरी और राजीव शर्मा का एक पुराना रिश्ता भी 2004 मे एक साथ काम करने का भी रहा है।तब राजीव शर्मा भाजपा रानीपुर के मण्डल अध्यक्ष और संजीव चौधरी युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष रहे हैं। फिर दो 2018 में दोनों आमने सामने नगर पालिका शिवालिक से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े थे।जिसमे राजीव शर्मा जीते थे।लेकिन संजीव चौधरी ने निर्दलीय रहते हुए एक महत्वपूर्ण और प्रबंधन वाला चुनाव लड कर अपनी ताक़त का अहसास कराया था। इस बार के चुनाव मे उनकी पूरी टीम ने हज़ारो वोट का परिवर्तन राजीव शर्मा की जीत के रूप मे किया है।चौधरी आज उत्तराखण्ड मे हिंदुत्व चेहरा बन कर स्थापित हो गए है और पार्टी या प्रत्याशी उनकी मांग अपने चुनाव मे विशेष रूप से करते हैं। संजीव चौधरी की भविष्य की रणनीति किसी बड़े कदम की और इशारा भी करती दिख रही है। राजीव शर्मा के टिकट से एक रात पहले तक टिकट के महत्वपूर्ण दावेदार रहे संजीव चौधरी का रातो-रात राजीव शर्मा के साथ आकर चुनाव लड़ना पार्टी स्तर पर किसी बड़े आश्वासन का इशारा कर रहा है।
हरिद्वार। राजीव शर्मा दोबारा नगर पालिका शिवालिक नगर के अध्यक्ष पद चुने गए। जिसमे हिन्दूवादी फ़ायर ब्राण्ड नेता संजीव चौधरी की चुनावी रणनीति की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चुनाव के अन्तिम दौर मे चुनाव को हिन्दुत्व की और मोड़ने मे उनकी बेबाक़ टिप्पणी और भाषण ने ब्रह्मस्त्र का काम किया। 2017 मे भी नगर विधायक मदन कोशिक के चुनाव प्रभारी रहे संजीव चौधरी अब एक अच्छे रणनीतिकार के रूप में स्थापित हो गए है। उनके भाषण जहां सुनने के लिए भीड़ एकत्र हो जाती हैं।वही दूसरी और उनकी रणनीतिक चालो से विपक्ष चित हो जाता है। संजीव चौधरी और राजीव शर्मा का एक पुराना रिश्ता भी 2004 मे एक साथ काम करने का भी रहा है।तब राजीव शर्मा भाजपा रानीपुर के मण्डल अध्यक्ष और संजीव चौधरी युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष रहे हैं। फिर दो 2018 में दोनों आमने सामने नगर पालिका शिवालिक से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े थे।जिसमे राजीव शर्मा जीते थे।लेकिन संजीव चौधरी ने निर्दलीय रहते हुए एक महत्वपूर्ण और प्रबंधन वाला चुनाव लड कर अपनी ताक़त का अहसास कराया था। इस बार के चुनाव मे उनकी पूरी टीम ने हज़ारो वोट का परिवर्तन राजीव शर्मा की जीत के रूप मे किया है।चौधरी आज उत्तराखण्ड मे हिंदुत्व चेहरा बन कर स्थापित हो गए है और पार्टी या प्रत्याशी उनकी मांग अपने चुनाव मे विशेष रूप से करते हैं। संजीव चौधरी की भविष्य की रणनीति किसी बड़े कदम की और इशारा भी करती दिख रही है। राजीव शर्मा के टिकट से एक रात पहले तक टिकट के महत्वपूर्ण दावेदार रहे संजीव चौधरी का रातो-रात राजीव शर्मा के साथ आकर चुनाव लड़ना पार्टी स्तर पर किसी बड़े आश्वासन का इशारा कर रहा है।
Comments
Post a Comment