हरिद्वार। मकर संक्रांति के मौके पर देश के विभिन्न राज्यों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित गंगा के विभिन्न घाटों पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस मौके पर गंगा स्नान के बाद श्रद्वालुओं ने विभिन्न मन्दिरों में पूजा अर्चना कर अपने सुख-समृद्वि की कामना की। सूर्य को अर्ध्य देकर तथा दान पुण्य कर परिवारों के लिए मंगल कामना की। साथ ही खिचड़ी, तिल आदि का दान किया। स्नान पर्व को संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन की और से मेला क्षेत्र के 8 जोन व 21सेक्टरों में विभाजित कर सुरक्षा व यायातात के प्रबंधक किए थे। घाटों पर और मेला क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती के साथ सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी गयी। मंगलवार को सवेरे ब्रह्म मुहर्त में शुरू हुआ स्नान का सिलसिला दिन भर चलता रहा। स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने विभिन्न मन्दिरों में पूजा अर्चना कर दानपूण्य कर सुख समृद्वि की कामना की। इस दौरान मंशा देवी,चंडी देवी आदि पौराणिक मंदिरों में दर्शन भी किए। पोराणिक मान्यताओं के अनुसार जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते है तो मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देवता की पूजा अर्चना,गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस दिन किए गए दान-पुण्य को कई गुना फलदायी माना जाता है। हरिद्वार में गंगा के पवित्र जल में स्नान करने से समस्त पापों का क्षय हो जाता है।स्नान पर्व के मददे्नजर रेलवे स्टेशन एवं बस अडडे पर भारी भीड रही। स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस द्वारा सुरक्षा के खास इंतजामात किये गये थे।
हरिद्वार। मकर संक्रांति के मौके पर देश के विभिन्न राज्यों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित गंगा के विभिन्न घाटों पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस मौके पर गंगा स्नान के बाद श्रद्वालुओं ने विभिन्न मन्दिरों में पूजा अर्चना कर अपने सुख-समृद्वि की कामना की। सूर्य को अर्ध्य देकर तथा दान पुण्य कर परिवारों के लिए मंगल कामना की। साथ ही खिचड़ी, तिल आदि का दान किया। स्नान पर्व को संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन की और से मेला क्षेत्र के 8 जोन व 21सेक्टरों में विभाजित कर सुरक्षा व यायातात के प्रबंधक किए थे। घाटों पर और मेला क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती के साथ सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी गयी। मंगलवार को सवेरे ब्रह्म मुहर्त में शुरू हुआ स्नान का सिलसिला दिन भर चलता रहा। स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने विभिन्न मन्दिरों में पूजा अर्चना कर दानपूण्य कर सुख समृद्वि की कामना की। इस दौरान मंशा देवी,चंडी देवी आदि पौराणिक मंदिरों में दर्शन भी किए। पोराणिक मान्यताओं के अनुसार जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते है तो मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देवता की पूजा अर्चना,गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस दिन किए गए दान-पुण्य को कई गुना फलदायी माना जाता है। हरिद्वार में गंगा के पवित्र जल में स्नान करने से समस्त पापों का क्षय हो जाता है।स्नान पर्व के मददे्नजर रेलवे स्टेशन एवं बस अडडे पर भारी भीड रही। स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस द्वारा सुरक्षा के खास इंतजामात किये गये थे।
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