हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में मिशन सशक्त ग्राम स्वास्थ्य,स्वच्छता एवं पोषण दिवस के अंतर्गत दिसंबर माह के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।इस बैठक का उद्देश्य मिशन के तहत किए गए प्रयासों का मूल्यांकन करना और आगामी कार्यों के लिए दिशा-निर्देश देना था।बैठक में जानकारी दी गई कि मिशन के माध्यम से जनपद की लगभग 13 लाख आबादी को लाभान्वित किया गया है। इसमें 13,500 गर्भवती महिलाएं,1लाख पाँच वर्ष तक के बच्चे,15,000किशोरियां और 12,000धात्री महिलाएं शामिल हैं। इन समूहों को स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता से संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराई गईं,जिनमें पोषण पूरक आहार,स्वास्थ्य परामर्श,और स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि आयरन और कैल्शियम की गोलियों का नियमित सेवन सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी निगरानी प्रणाली विकसित की जाए।इसके अलावा,गर्भवती महिलाओं को इन सप्लीमेंट्स की उपयोगिता और लाभ के बारे में गुणवत्तापूर्ण परामर्श दिया जाए।यह कदम गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की समस्या को कम करने और उनके समग्र स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करेगा। इसके साथ ही, उन्होंने निर्देश दिया कि पर्यवेक्षकों द्वारा नियमित सहयोगात्मक निरीक्षण किया जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रथमपंक्ति के कार्यकर्ताओं को सही मार्गदर्शन और समर्थन मिले। उन्होंने उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का समय पर चिन्हांकन और प्रबंधन सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया,जिससे मातृ मृत्युदर को कम किया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद में संचालित 18प्रसव केंद्रों की सेवाओं का विस्तार करने का निर्देश दिया,ताकि प्रसव सेवाओं को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाया जा सके।बैठक में स्वास्थ्य विभाग,बाल विकास विभाग,पिरामल फाउंडेशन और रजत शहरी ग्रामोत्थान के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। यह चर्चा स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में बेहतर परिणामों के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित थी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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