Skip to main content

8वें वेतन आयोग के गठन के बाद कर्मचारियों ने भी की संगठनात्मक गतिविधियां तेज


हरिद्वार। 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा के बाद केंद्र सहित प्रदेशों के कर्मचारियों ने भी संगठनात्मक गतिविधियां तेज कर दी हैं। राज्य कर्मचारियों ने केंद्र व राज्यों के बीच वेतन भत्तों सम्बन्धी विसंगतियां न हों इसके लिए भ्रमणकर सुझाव जुटाने शुरू किए हैं। इस क्रम में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद,उप्र के एक प्रतिनिधि मण्डल ने पुल स्थित सिंचाई विभाग के निरीक्षण भवन में बैठक कर भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। लखनऊ से आये परिषद के प्रांतीय महामंत्री शिवबरन सिंह यादव की अध्यक्षता और प्रांतीय उप महामंत्री जे.पी.चाहर के संचालन में प्रमुख पदाधिकारियों ने महत्वपूर्ण विचार साझा किए। परिषद के महामंत्री ने कहा कि वेतन आयोग वेतन आयोग को केंद्र और राज्य के कर्मचारियों के बीच वेतन भत्तों में समानता की नीति बनाकर अपनी संस्तुति सरकार को देनी होगी। वेतन आयोग को कर्मचारी-शिक्षकों व पेंशनरों को केंद्रीय कर्मचारियों की भांति निशुल्क चिकित्सा सुविधा दिए जाने हेतु केंद्रीय चिकित्सा नीति बनानी चाहिए। श्री चाहर ने राशिकारण राशि की कटौती अवधि 15 से घटाकर 10वर्ष करने का सुझाव भी दिया है। परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष ई बीपी सिंह सैनी ने पेंशनर का पक्ष रखते हुए 65,70 व 75 वर्ष पर पेंशन में 5-5प्रतिशत की वृद्धि करने का सुझाव रखा है। परिषद की स्थानीय इकाई के जिलामंत्री ई देवेंद्र चौधरी ने महंगाई भत्ते व राहत को महंगाई सूचकांक को अगले अंक में पूर्णांकित कर निर्धारित करने की व्यवस्था करने की मांग उठाई है। बैठक में एकस्वर में केंद्र व राज्यों के बीच समानता के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश स्थापित करने का अनुरोध वेतन आयोग से किया है। परिषद के महत्वपूर्ण घटक डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के मंडल अध्यक्ष ई के के सैनी ने कहा कि वेतन आयोग को सीमांत राज्यों के सीमांत भत्ते, पर्वतीय विकास भत्ते,वाहन भत्ते का निर्धारण राज्यों की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार और आवास किराया भत्ते के लिए नगरों का वर्गीकरण उदारता के साथ करना होगा। इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित हैडवर्क्स के एसडीओई हरिओम सिंह ने परिषद की गतिविधियों को सराहनीय बताते हुए प्रादेशिक सेवाओ के संगठनों के विचार आमंत्रित करने की अपील वेतन आयोग से की है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रमुख पदाधिकारियों तथा सम्बद्ध घटक संगठनों के स्थानीय पदाधिकारियों की इस बैठक में सीडीए के अध्यक्ष अनिल कुमार,रविन्द्र सागर,अमित,रविश सोलंकी,सौरव आदि ने भी विचार रखे।बैठक की अध्यक्षता प्रदेश महामंत्री शिवबरन सिंह यादव ने और संचालन प्रदेश उप महामंत्री पश्चिम जेपी चाहर ने किया। 


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को ...