हरिद्वार। नाबालिग के अपहरण मामले में सांप्रदायिक रंग देकर माहौल बिगड़ने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।पुलिस सीसीटीवी फूटेज के आधार पर पुलिस पथराव करने वालों की पहचान करने में जुटी है। दोनों पक्ष अलग-अलग समुदाय के होने के कारण पुलिस मामले को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस की दस टीमे नाबालिग की तलाश में जुटी है। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि 08फरवरी 25को कोतवाली लक्सर क्षेत्रान्तर्गत भिक्कमपुर स्थित ग्राम बाडीटीप निवासी व्यक्ति ने दूसरे समुदाय के युवकों पर उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण किए जाने का मामला दर्ज कराया था।मामला अलग-अलग समुदाय से जुड़ा होने पर मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसपी देहात एवं सीओ लक्सर से वार्ता करते हुए पुलिस टीमें गठित कर घटना के शीघ्र अनावरण के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम द्वारा रेलवे व बस स्टेशन व संबंधित गांव से आने-जाने वाले मार्गों पर तलाश शुरू करते हुए टेक्निकल टीम की मदद लेते हुए सभी संभावित मार्गों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जिन पर मिली लीड के आधार पर विभिन्न एंगलों पर लक्सर पुलिस की कार्रवाई जारी है,इसके साथ-साथ एफएसएल की टीम द्वारा मौके पर जाकर साक्ष्य एकत्रित किए व अन्य डिजिटल साक्ष्यों एवं सबूतों के आधार पर संदिग्ध व्यक्तियों से की गई। पूछताछ के आधार पर पुलिस टीमें बरामदगी के लिए सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी में जुटी है।कप्तान ने बताया कि नाबालिग के अपहरण को लेकर कुछ लोगों द्वारा साम्प्रदायिक तूल देते हुये दोनों पक्षो के बीच पथराव करते हुए माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया।पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है।पुलिस टीम घटना स्थलों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों तथा टेक्निकल टीम की मदद से माहौल बिगाड़ने वालों की पहचान में जुटी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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