हरिद्वार। श्रीनीलेश्वर महादेव मंदिर पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में बोलते हुए जगतगुरु श्री अयोध्या दास महाराज ने कहा भगवान श्रीनीलेश्वर महादेव भक्तों के मन की सच्ची आस्था एवं समर्पण भाव देखते हैं। भगवान किसी चढ़ावे या वस्तु की लालसा नहीं रखते यह सम्पूर्ण नसवान सृष्टि उन्हीं के द्वारा रचित है और एक दिन उन्ही में समाहित हो जाना है। जिस प्रकार भगवान राम ने माता साध्वी साबरी के सदियों के सेवा तथा समर्पण भाव को महत्व देते हुए उन्हें दर्शन देने खुद उनकी कुटिया में पधारे इसी प्रकार भगवान को जो सच्ची आस्था और श्रद्धा से पुकारता है। भगवान उसकी सहायता करने किसी ना किसी रूप में आ पहुंचते हैं। श्री नीलेश्वर महादेव मंदिर के महंत हरिदास महाराज ने कहा ने सतगुरु देव ही इस पृथ्वी पर भक्तों के तारणहार हैं। गुरुदेव धर्म कर्म यज्ञ अनुष्ठान आदि के माध्यम से भक्तों को ईश्वर से जोड़ते हुए उनका लोक एवं परलोक दोनों सुधार देते हैं। सतगुरु से बड़ा और सच्चा हमारा कोई और मार्गदर्शक हो ही नहीं सकता। चित्रकूटधाम हरिपुर के महंत परमेश्वर दास महाराज ने कहा जब राम नाम लिखने से पत्थर तैर सकते हैं तो राम नाम की गाथा गाने से और राम नाम का जाप करने से यह मानव जीवन भी भवसागर पार हो सकता है। श्री नृसिंह मंदिर भूपतवाला के महंत सीताराम दास महाराज ने कहा भगवान को अगर आप सच्ची आस्था के साथ पुकारेंगे। इस अवसर पर अवतार सिंह कोतवाल,रामदास महाराज, कोतवाल धर्मदास महाराज, सहित कई संत महापुरुष उपस्थित थे।
हरिद्वार। श्रीनीलेश्वर महादेव मंदिर पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में बोलते हुए जगतगुरु श्री अयोध्या दास महाराज ने कहा भगवान श्रीनीलेश्वर महादेव भक्तों के मन की सच्ची आस्था एवं समर्पण भाव देखते हैं। भगवान किसी चढ़ावे या वस्तु की लालसा नहीं रखते यह सम्पूर्ण नसवान सृष्टि उन्हीं के द्वारा रचित है और एक दिन उन्ही में समाहित हो जाना है। जिस प्रकार भगवान राम ने माता साध्वी साबरी के सदियों के सेवा तथा समर्पण भाव को महत्व देते हुए उन्हें दर्शन देने खुद उनकी कुटिया में पधारे इसी प्रकार भगवान को जो सच्ची आस्था और श्रद्धा से पुकारता है। भगवान उसकी सहायता करने किसी ना किसी रूप में आ पहुंचते हैं। श्री नीलेश्वर महादेव मंदिर के महंत हरिदास महाराज ने कहा ने सतगुरु देव ही इस पृथ्वी पर भक्तों के तारणहार हैं। गुरुदेव धर्म कर्म यज्ञ अनुष्ठान आदि के माध्यम से भक्तों को ईश्वर से जोड़ते हुए उनका लोक एवं परलोक दोनों सुधार देते हैं। सतगुरु से बड़ा और सच्चा हमारा कोई और मार्गदर्शक हो ही नहीं सकता। चित्रकूटधाम हरिपुर के महंत परमेश्वर दास महाराज ने कहा जब राम नाम लिखने से पत्थर तैर सकते हैं तो राम नाम की गाथा गाने से और राम नाम का जाप करने से यह मानव जीवन भी भवसागर पार हो सकता है। श्री नृसिंह मंदिर भूपतवाला के महंत सीताराम दास महाराज ने कहा भगवान को अगर आप सच्ची आस्था के साथ पुकारेंगे। इस अवसर पर अवतार सिंह कोतवाल,रामदास महाराज, कोतवाल धर्मदास महाराज, सहित कई संत महापुरुष उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment