संशोधन लागू होने पर पसमांदा मुसलमानों को मिलेगा लाभ-मौहम्मद शमशाद मीर
हरिद्वार। राष्ट्रवादी पसमांदा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने वक्फ कानून में संशोधन का समर्थन करते हुए इसे गरीब मुसलमानों के हित में उठाया गया कदम बताया है।प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए राष्ट्रवादी पसमांदा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौहम्मद शमशाद मीर ने कहा कि वक्फ कानून में किए गए संशोधन आम मुसलमानों के हित में है।कुछ लोग निजी फायदे के लिए इसका विरोध कर रहे हैं।शमशाद मीर ने कहा कि वक्फ संपत्तियों पर हमेशा अशराफ (उच्च जातियों) का कब्जा रहा है।इसलिए वक्फ संपत्तियों में पसमांदा मुसलमानों को कभी हिस्सेदारी नहीं मिली।वक्फ कानून में किए गए संशोधन लागू होने पर पसमांदा मुसलमानों को इसका लाभ मिलेगा।उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड हो या अन्य मुस्लिम संगठन,किसी ने भी पसमांदा मुसलमानों की स्थिति पर विचार नहीं किया।पसमांदा मुसलमानों को वक्त संपत्ति का लाभ पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वक्फ कानून में किए गए संशोधन के खिलाफ तमाम मुस्लिम संगठन मिलकर अभियान चला रहे हैं।लेकिन किसी भी संगठन ने पसमांदा मुसलमानों की बेहतरी के लिए कभी कोई अभियान नहीं चलाया।मोहम्मद शमशाम मीर ने पसमांदा मुसलमानों से किसी के बहकावे में नहीं आने और वक्फ कानूनों में किए गए संशोधनों का समर्थन करने की अपील करते हुए कहा कि इसके लिए अभियान चलाकर घर-घर जाकर लोगों को वास्तविकता से अवगत कराया जाएगा।सभी प्रदेशों में प्रैस कांफ्रेंस कर भी लोगोें को इसके प्रति जागरूक किया जाएगा।प्रैसवार्ता में शाहनवाज अब्बासी,नईम अब्बासी,कारी सदरे आलम,सोनू अंसारी,नदीम,सराफुद्दीन अब्बासी,शौकीन आदि मौजूद रहे।प्रैसवार्ता से पूर्व मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शमशाद मीर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने देवपुरा चौक पर वक्फ कानून में संशोधन का विरोध कर रहे लोगों का पुतला दहन भी किया।भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी शहनवाज सलमानी ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल आम मुसलमानों के हित में है। यतीम बच्चों और बेवा महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा। प्रैस को जारी बयान में शहनवाज सलमानी ने वक्फ संशोधन बिल पास होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वक््फ संशोधन बिल से आम मुसलमान को कोई नुकसान नहीं है।वक्फ कानून में किए गए संशोधन लागू होने पर वक्फ की संपत्ति से होने वाली आमदनी से जरूरतमंद,गरीब मुस्लिमों की आर्थिक स्थिति को सुधाराने में लगाया जाएगा।कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से शिक्षा से वंचित यतीम बच्चों को शिक्षा के अवसर मिलेंगे।बेवा महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
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