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मेलाधिकारी ने किया निर्माणाधीन कार्यो का निरीक्षण,दिए कई निर्देश

हरिद्वार। लाॅकडाउन शुरू होने के करीब एक महीने प्रदेश सरकार के आदेश के बाद कुम्भ मेला 2021 से सम्बन्धित निर्माण कार्य शुरू हो गये। शनिवार को मेलाधिकारी दीपक रावत ने कुम्भ मेला 2021 के निर्माणाधीन कार्य,लॉक डाउन के पश्चात्, विभागीय अधिकारीयों के साथ निरीक्षण किया। मेलाधिकारी दीपक रावत ने कांवड़ नहर पटरी ,रानीपुर झाल पर निर्माणधीन पुल के पाइलिंग ,ड्रिलिंग का कार्य सहित,उतरप्रदेश सीमा तक सटे कार्यों का विस्तार पूर्वक निरीक्षण किया। श्री रावत ने अधिकारियों को गुणवत्ता परक काम करने के साथ शीघ्रता से काम निपटाने व् सोशल डिस्टेन्स  बना कर कार्य करने के दिशा निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह, ललितनारायण मिश्रा,तकनिकी सेल के अधीक्षण अभियंता हरीश पांगती,सहायक अभियन्ता अनंत सैनी ,सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डी के सिंह  विभागीय अधिकारी सहित ओ एस डी मेला महेश शर्मा मौजूद रहे।

जिलाधिकारी ने किया 100बैड के अस्थायी आइसोलेशन अस्पताल का निरीक्षण

हरिद्वार। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने एसएसपी सैंथिल अबुदई कृष्ण एस.राज तथा सिडकुल जीएम के साथ कोविड19 के लिए बनाये गये 100बैड के अस्थायी आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। बीएचईएल हरिद्वार इकाई ने भेल सैक्टर चार स्थित सामुदायिक भवन को कोरोनो संक्रमित मरीजों के लिए अस्थाई आइसोलेशन वार्ड के रूप् में उपयोग करने के लिए जिलाधिकारी को समर्पित किया। शनिवार को 100बैड के अस्थायी आइसोलेशन अस्पताल का का जिलाधिकारी ने निरीक्षण भी किया। उक्त सामुदायिक भवन में आईसोलेशन वार्ड बनाये जाने के लिए आईटीसी लिमिटेड कम्पनी द्वारा मरीजों के लिए बेड, बिस्तर, पर्दे आदि प्रदान किये गये। निरीक्षण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदईकृष्ण एस.राज तथा सिडकुल के क्षेत्रीय प्रबंधक जीएस रावत भी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन कोविड19 के लिए विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से अभी तक कुल 100 बैड की अस्थाई सुविधा तैयार कर चुका है। इन वार्डो का प्रयोग स्वास्थ्य विभाग के कोविड अस्पतालों के पूर्ण होने तथा अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर किया जायेगा। जिलाधिकारी ने भेल के ईडी संजय गुलाटी, जीएम एचआर एसके बवेजा, प्लांट हेड कौशिक मुखर

खेतों व जंगल से शराब की भट्टियां पकड़ी,2हजार लीटर लाहन नष्ट

हरिद्वार। आबकारी विभाग की टीम ने पथरी क्षेत्र के गांव दिनारपुर के नजदीक खेतों और जंगल में छापेमारी कर शराब बनाने की कई भट्टियां पकड़ी हैं। टीम ने मौके पर दो हजार लीटर लाहन को नष्ट कर उपकरणों को सीज कर दिया है। अज्ञात के खिलाफ आबकारी अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया है। अब सुर्खियों में है कि हर बार टीम केवल भट्टियां ही पकड़ पाती है। टीम के हाथ कभी आरोपी नहीं लगते। मुखबिर की सूचना पर गांव शहदेवपुर, दिनारपुर के नजदीक खेतों व बरसाती नाले के नजदीक भट्टियां लगाकर शराब बनाने का अवैध धंधा चल रहा था। टीम ने सूचना के आधार पर कई स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने कई शराब की भट्टियां व दो हजार लीटर से अधिक लाहन पकड़ा। लाहन को मौके पर ही नष्ट कर दिया। इस दौरान टीम के हाथ कोई नहीं लगा। टीम ने भट्टियां व लाहन को नष्ट कर मौके पर मिले उपकरणों को सीज कर दिया है। आबकारी निरीक्षक लक्ष्मण बिष्ट ने बताया अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

सर्वशिक्षा अभियान के तहत तीन सौ से अधिक शिक्षको-शिक्षिकाओं का मार्च का वेतन जारी

हरिद्वार। जनपद में सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के अंतर्गत कार्यरत तीन सौ से अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं को मार्च का वेतन निदेशालय से जारी हो गया है। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन भी जमा हो गया है। फरवरी में वेतन से इनकमटैक्स कटने के बाद ही जारी होगा। हरिद्वार सीईओ ने जिला शिक्षा अधिकारी से शिक्षकों के आयकर की जानकारी मांगी है। निदेशालय से शुक्रवार को 329 शिक्षक शिक्षिकाओं के मार्च का वेतन जारी कर दिया है। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत रुड़की, बहादराबाद, नारसन, लक्सर, खानपुर, भगवानपुर के राजकीय प्राथमिक ओर जूनियर हाईस्कूल में कार्यरत तीन सौ से अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं को फरवरी और मार्च का वेतन नहीं मिला था। जिस कारण उन्हें लोन की ईएमआई और किराया जमा करने में भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी।मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ.आनंद भारद्वाज ने बताया कि 329 शिक्षक शिक्षिकाओं का मार्च का बजट निदेशालय से मिल चुका है। सीईओ कार्यालय से कोषागार को पत्र भेज दिया है। शनिवार तक शिक्षकों का वेतन उनके खाते में पहुंच जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी से शिक्षकों का आयकर विवरण मांगा है। जैसे

कोरोना आपदा में दूसरी बार नहीं मिला गरीबों को राशन

हरिद्वार। राशनकार्ड विहीन लोगों के लिए एक बार फिर दो जून की रोटी का संकट पैदा हो गया है। इन परिवारों को मिली राशन किट समाप्त हो चुकी है। अब लोग दोबारा राशन का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन को शासन से अब तक दोबारा किट बांटने के निर्देश नहीं मिले हैं। हरिद्वार में ऐसे हजारों परिवार हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं। इनमें अधिकांश लोग मलिन बस्तियों और झुग्गी झोपडियों में रहते हैं। लॉकडाउन के चलते रोजगार समाप्त होने से इन लोगों के लिए संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में सरकार ने इन लोगों के लिए राशन किट की व्यवस्था की थी। इससे लोगों को बड़ी राहत मिली थी। लेकिन प्रशासन ने एक बार राशन किट बांटकर दोबारा इन क्षेत्रों का रुख नहीं किया। बड़े परिवारों में महज सप्ताहभर में राशन किट समाप्त हो गई। अब यह इलाके एक बार फिर लॉकडाउन के शुरुआती दौर की परेशानी से जूझ रहे हैं। चैक बाजार के पार्षद सचिन अग्रवाल ने बताया कि उनके वार्ड में मलिन बस्तियां में 271 लोगों को एक बार राशन किट मिली थी। अब दो दिनों से लोगों के घरों में राशन नहीं है। कई घरों में महज चार-पांच दिनों में राशन समाप्त हो गया। अब इन लोगों के लिए पेट

मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से जरूरतमंदों की सेवा रहेगी जारी -श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

हरिद्वार। लाॅकडाउन में मजदूर वर्ग व निराश्रितों की मदद के लिए सेवा अभियान चला रहे मां मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि सेवा प्रकल्पों के माध्यम से ही लाॅकडाउन को सफल बनाया जा सकता है। यदि तय सीमा के बाद भी लाॅकडाउन जारी रहता है तब भी किसी को भोजन की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जैसी लाईलाज बीमारी की वजह से पूरी दुनिया में लाॅकडाउन है। भारत में भी इस वायरस का प्रसार रोकने के लिए लाॅकडाउन करना पड़ा है। रोजगार बंद होने से अत्यन्त कठिनाई का सामना कर रहे दिहाड़ी मजदूरों व गरीब वर्ग की मदद के लिए मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट व निरंजनी अखाड़े की ओर से शुरू किए गए सेवा अभियान के अंतर्गत जनपद के सभी क्षेत्रों में प्रशासन के सहयोग से जरूरतमंदों तक निरंतर खाद्य सामग्री पहुंचायी जा रही है। जनप्रतिनिधियों की मांग पर उन्हें भी गरीबों में वितरण के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी ने बताया कि ज्वालापुर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों, शिवालिकनगर नगर पालिका क्षेत्र, कनखल, उत्तरी हरिद्वार आदि इला

संतों के हत्यारों को मिले फांसी की सजा-महंत सतनाम सिंह

हरिद्वार। निर्मला छावनी के मुकामी महंत सतनाम सिंह महाराज ने महाराष्ट्र के पालघर में हुई जूना अखाड़े के दो संतों व उनके कार चालक की हत्या पर गहरा दुख प्रकट करते हुए दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की है। महंत सतनाम सिंह महाराज ने कहा कि संतों की हत्या के दौरान मूकदर्शक बने रहने वाले पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर उनके खिलाफ भी मुकद्मा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्म व संस्कृति की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले संत महापुरूषों की ऐसी निर्मम हत्या देश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। भीड़ द्वारा जिस प्रकार बेरहमी से हत्याकाण्ड को अंजाम दिया वह घोर निंदनीय है। महाराष्ट्र सरकार को जल्द ही सभी दोषियों को मृत्यु दण्ड देना चाहिए। ताकि समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो सके। उन्होंने कहा कि माॅब लिंचिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को कड़ा कानून बनाना चाहिए। महंत अमनदीप सिंह महाराज ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में संत महापुरूषों की निर्मम हत्या भारत की लचर कानून व्यवस्था को दर्शाती है। सनातन धर्म व संतों का सम्मान करते हुए महाराष्ट्र सरकार को दोषियों को जल्द